गाजीपुर – सदर कोतवाली क्षेत्र के बुजुर्गा के गौसपुर मामले को लेकर गौसपुर बाज़ार के दुकानदारों ने शनिवार को पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा से मिलकर अपनी व्यथा बताई। दुकानदारों ने बताया कि हम दुकानदारों में दोनों समुदाय के लोगों का दुकान है। हम दुकानदार की दुकान पर कुछ शराबी लोगों द्वारा पत्थरबाजी की जाती है, जो गांव के ही रहने वाले हैं, जिससे हम सारे दुकानदार विवश होकर दुकानों को बंद करना पड़ता है। इतना ही नहीं उपद्रवियों ने गौसपुर बाजार में पुलिस बल की उपस्थिति में ही पत्थरबाजी करना शुरू कर दिया और जब पुलिस बल ने दबाव डाला तो उपद्रवी भाग कर आरा मशीन में जाकर छुप गए और वहां पर रखें सारे सामानों को नेस्तोनाबूद कर दिया और वहां खड़े ट्रैक्टर को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। दुकानदारों ने बताया कि गौसपुर में अवैध ताड़ी की दुकानों का भरमार है और तकीपुर में खोली गई अंग्रेजी शराब की दुकान के सामने ढाबे पर अराजक तत्वों का जमावड़ा होता है। जिससे हम दुकानदार अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं करते, जिसके चलते अपनी दुकानों को हमे बंद करना पड़ता है। पुलिस अधीक्षक के पास आए हुए दुकानदारों में मनोज कुमार जायसवाल, सुधीर जायसवाल, प्रमोद जायसवाल, अशोक जायसवाल, शाहिद फरीदी, जमीर हसन, मुख्तार राइनी, सोनू यादव, गुड्डू गुप्ता, संतोष, अजय गुप्ता, श्याम नारायण गुप्ता, नदीम अहमद ख़ान व इत्तेफाक कुरैशी सहित आदि दुकानदार मौजूद थे।
गाजीपुर से प्रदीप दुबे की रिपोर्ट