उत्तराखंड – उत्तराखंड के विश्व विद्यालयों में छात्र संगठन के चुनाव नजदीक हैं इसी चुनाव में इस बार पहाडी छात्र सेना नाम से नई पहाड़ के छात्रों ने भी पहाड़, पहाड़ी, पहाड़वाद के नारे के सातग पहाड़ी छात्र सेना इस वर्ष छात्र संघ चुनाव में उतर चुकी है । ओ. स. रा. महाविद्यालय देवप्रयाग से पहाड़ी छात्र सेना ने सभी पदों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है । अध्यक्ष पद पर बलवंत रावत, उपाध्यक्ष पद पर कुसुम राणा, सचिव पद पर राधा रावत, सहसचिव पद पर रश्मि, कोषाध्यक्ष पद पर नीरज पंचपुरी, विश्वविद्यालय प्रतिनिधि पद पर संजय भट्ट और छात्रा प्रतिनिधि पद पर काजल रावत को प्रत्याशी घोषित किया गया है । हे. न.ब.केंद्रीय विश्वविद्यालय से उपाध्यक्ष पद पर नवीन चन्द्र और कोषाध्यक्ष पद पर मनीष रावत को प्रत्याशी घोषित किया गया है ।
पहाड़ी छात्र सेना के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद जियाल ( पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष व विश्वविद्यालय प्रतिनिधि) ने कहा छात्रों को अपने पहाड़ी होने का कर्तव्य निभाना चाहिए और पहाड़ी छात्र सेना का साथ देना चाहिए । उन्होंने कहा कि जिस प्रकार देवप्रयाग के लिए उन्होंने पिछले 3 वर्षों से संघर्ष किया है उसका परिणाम आज देवप्रयाग का बच्चा बच्चा जानता है । उसी प्रकार पहाड़ी छात्र सेना लगातार पहाड़ों के लिए हर मुद्दे पर संघर्षरत रहेगी । छात्र हितों की लड़ाई आगे भी जारी रहेगी । देवप्रयाग महाविद्यालय के लिए अरविंद जियाल द्वारा छात्र- छात्राओं के साथ मिलकर 57 दिनों तक क्रमिक अनशन , चक्का जाम व आंदोलन व 3 साल तक लगातार संघर्ष किया है और यह संघर्ष निरंतर जारी रहेगा ।
पहाड़ी छात्र सेना के संस्थापक संजय चौहान ने कहा कि पहाड़ के युवाओं को लगातार हाशिये पर धकेला जा रहा है । इस उपेक्षा के खिलाफ पहाड़ के युवाओं की आवाज बुलंद करने को लेकर यह पहल की गई है और पहाड़ी छात्र सेना का गठन किया गया है । संजय चौहान ने कहा कि अधिकांश महाविद्यालयों में जो छात्र संगठन है वो किसके इशारे पर चल रहे है और इनकी विचारधारा क्या है किसी को नही मालूम । मुख्यतः संगठन राष्ट्रीय पार्टियो के है और दिल्ली से इशारों पर चल रहे है जिस कारण पहाड़ी छात्रों की उपेक्षा हो रही है और आम छात्र की आवाज नही सुनी जा रही है । छात्र लगातार आंदोलनरत रहते है लेकिन कोई सुनने वाला नही होता है । उन्होंने कहा छात्रों को पहाड़ी छात्र सेना का साथ एक परिवार की तरह देना चाहिए ताकि पहाड़ी छात्रों की आवाज मजबूत की जा सके ।
पहाड़ी छात्र संगठन के समर्थन में उत्तराखंड संघर्ष समिति भी उतर आई है गाैरव मतलब यह है कि उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों के हित में बनाई गई उत्तराखंड संघर्ष समिति ने कहा है कि वे अपने छात्रों का समर्थन करेंगें।
– पौड़ी से इन्द्रजीत सिंह असवाल की रिपोर्ट