बरेली। वन विभाग में एक युवक की सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर महिला और उसके साथी ने 12 लाख रुपये ठग लिए। ठगों ने युवक को फर्जी नियुक्ति पत्र देकर युवक को रांची के एक होटल में रुकवाया और उसे बाजार से वर्दी खरीदकर दे दी। ठगी का पता चलने पर जब युवक ने पैसे वापस मांगे तो उसे जान से मारने की धमकी दी। युवक की शिकायत पर थाना इज्जतनगर पुलिस ने दोनों आरोपियों पर रिपोर्ट दर्ज कर ली है। सुभाषनगर क्षेत्र के मढ़ीनाथ रोड निवासी कन्हई लाल ने बताया कि उनके रिश्तेदार गोविंद कुमार एक अधिवक्ता के यहां मुंशी का काम करते हैं। वह कभी-कभी कचहरी जाने पर रिश्तेदार के पास जाकर मिलते थे। वहीं पर वीर सावरकर नगर निवासी एकता आनंद आती थीं। वह एकता ग्रुप के नाम से वहीं पर कार्यालय संचालित करती हैं। एकता आनंद ने उसके बेटे आकाश कुमार की सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा दिया और इसके बदले में 12 लाख रुपये की मांग की। उसके बाद उसने आकाश कुमार के शैक्षिक प्रमाण पत्र मांगे। एकता और उसके सहयोगी धर्मपुरा, प्रेमनगर निवासी अभिषेक सक्सेना ने ढाई लाख रुपये लेते हुए कहा कि बेटे की नौकरी खेल कोटे से लगवा रहे हैं। दोनों ने कहा कि खेल का राष्ट्रीय स्तर का प्रमाण पत्र चाहिए। एक लाख रुपये लेकर फर्जी प्रमाणपत्र बनवाकर दे दिया। दोनों उनके बेटे को लेकर रांची गए और बताया कि इसकी नौकरी भारत सरकार के वन पर्यावरण विभाग में लगवा रहे हैं। वहां जाकर आकाश से कई बार में 1.83 लाख ऑनलाइन ट्रांसफर करवा लिए और एटीएम लेकर 60 हजार रुपये भी निकाल लिए। उसके बाद ट्रेनिंग का नियुक्ति पत्र 7 फरवरी 2024 देकर कहा कि तुम्हारी नियुक्ति वन पर्यावरण मंत्रालय के अधीन जीडी के पद पर हो चुकी है। 9 फरवरी को उसे फर्जी आईकार्ड भी दे दिया। दोनों ठग आकाश को एक होटल में रोके हुए थे। आकाश को बाजार से खरीद कर वर्दी पहना दी और कहा कि अब नौकरी पक्की हो गई है। जब आकाश नौकरी ज्वाइन करने पहुंचा तो पता चला कि ठगी हुई है। 25 फरवरी 2024 को एकता ने उन्हें अपने घर पर बुलाकर पांच लाख रुपये लिए और कुल 12 लाख रुपये ले लिए। रुपये वापस मांगने पर आरोपियों ने जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि कहीं भी चलो जाओ रुपये वापस नहीं मिलेंगे। कहीं शिकायत करोगे तो झूठे मुकदमे में फंसा कर जेल भिजवा देंगे।।
बरेली से कपिल यादव