बिंदकी/ फतेहपुर। जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र के विधायक एवं प्रदेश में कारागार राज्य मंत्री जय कुमार सिंह जैकी एवं जिला प्रशासन की मौजूदगी में चार दिवस पूर्व वज्रपात से हुई मौत से मृतक आश्रितों को दैवीय आपदा के तहत आर्थिक सहायता राज्य आपदा मोचन निधि से ई-पेमेंट के माध्यम लाभार्थियों के खाते में धनराशि प्रेषित की गई। आपको बता दें कि क्षेत्र में चार दिवस पूर्व भारी वर्षा के साथ बिजली की गड़गड़ाहट से क्षेत्र में कई जगह आकाशीय बिजली गिरने से व्यक्तियों सहित पशुओं की मौत होने के साथ कुछ घायल हुए थे। जिस पर क्षेत्रीय राजस्व विभाग व जिला प्रशासन ने मौके पर पहुंच दैवीय आपदा के तहत विधिक लिखा पढ़ी की थी। जिसके तहत आज शुक्रवार को कारागार राज्यमंत्री जय कुमार सिंह जैकी ने जिला प्रशासन एवं क्षेत्रीय प्रशासन की मौजूदगी में मृतकों के मूल निवास में पहुंच मृतकों के नजदीकी वारिसों को एक ई- पेमेंट के माध्यम से धनराशि प्रेषित किया। वही दुखी परिवार के साथ हुई घटना से संबंधित सांत्वना प्रदान की। नदी में डूबने व वज्रपात से थाना क्षेत्र के ग्राम रेगना में वज्रपात से मृतक सुखलाल पुत्र छक्का जाति केवट के निकटतम वारिश राजरानी को ₹400,000 रुपए, ग्राम भिखनीपुर मजरे चांदपुर से कौशल्या देवी पत्नी स्वर्गीय सुरेंद्र सिंह परिहार जाति क्षत्रिय के निकटतम वारिस अर्जुन सिंह, शैलेंद्र सिंह, सचेंद्र सिंह प्रत्येक को 1,33,333 रुपए प्रेषित किए गए। ग्राम आलमपुर थाना बकेवर से मृतिका शिवकली पत्नी स्वर्गीय रामकिशोर के निकटतम वारिस बीना देवी व सर्वेश कुमार प्रत्येक को दो – दो लाख और ग्राम कछेवरा मजरे मेंहदिया से मृतक रामकेश पुत्र मुंशीलाल के निकटतम वारिश अनीशा को ₹400,000 रुपए, व ग्राम सदानबदान के पुरवा मजरे घोराहा की दुधारू गाय की मृत्यु होने पर जितेंद्र सिंह पुत्र सुवालाल को 30,000 रुपए, ग्राम सराय महमूदपुर से अरविंद पुत्र महावीर की दुधारू भैंस की मृत्यु होने पर 30,000 रुपया की आर्थिक सहायता राशि में उक्त सभी को आर्थिक सहायता राज्य आपदा मोचन निधि से ई-पेमेंट के माध्यम से उक्त लाभार्थियों के खाते में प्रेषित की गई है। इस मौके पर कारागार राज मंत्री के साथ कारागार राज मंत्री प्रतिनिधि कैलाश नारायण शर्मा, उप जिलाधिकारी बिंदकी, राजस्व निरीक्षक अजय मिश्रा, लेखपाल सुनील कुमार प्रथम, बृजेंद्र प्रताप सिंह, जगदीश प्रसाद, सुरेंद्र तिवारी और सुजीत सहित अनेक प्रशासनिक अधिकारी एवं लाभार्थी गण मौजूद रहे।
– आरबी निषाद