बरेली। लखनऊ से मेरठ जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस मे किसान आंदोलनकरियों की भीड़ ने हंगामा कर दिया। इनमें से किसी के पास टिकट भी नही था। सिर्फ हाथों में झंडा। सिर पर किसान यूनियन की टोपी और गले में हरे रंग का गमछा पड़ा हुआ था। यात्रियों ने इनके ट्रेन मे घुसने का विरोध किया तो भीड़ ने हंगामा करना में शुरू कर दिया। लड़ने-झगड़े को उतारू हो गए। तब यात्रियों ने मामले की शिकायत रेलवे कंट्रोल रूम को दी। रविवार शाम की घटना है। कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए। रेल कंट्रोल को मैसेज दिया गया कि काफी किसान लखनऊ-मेरठ वंदेभारत एक्सप्रेस में घुस गए है। विंडो के पास वाली सीट पर बैठे यात्रियों को हटा रहे है। हंगामा, गाली-गलौज और अभद्रता कर रहे। कंट्रोल मैसेज मिला तो लखनऊ से मुरादाबाद तक टीमें अलर्ट हो गई। लखनऊ से बरेली जंक्शन ट्रेन के पहुंचने पर कोचों से किसानों को उतारा गया। लखनऊ, बरेली और मुरादाबाद से तक करीब 243 किसानों को उतारा गया। जो नहीं उतर रहे थे। उनसे पैनाल्टी देने को कहा तो सभी उतर गए। वंदे भारत एक्सप्रेस में बिना टिकट एंट्री ही नहीं है। यहां तक वेटिंग टिकट भी मान्य नहीं है। किसान यूनियन के कार्यकर्ता बिना टिकट के ही सवार हो गए। रेलवे बोर्ड ने वंदेभारत एक्सप्रेस के आने से पहले एनाउंसमेंट स्टेशनों पर करने को निर्देश दिए हैं। जिससे लोग बिना टिकट वंदे भारत एक्सप्रेस में न चढ़ें। अक्सर तमाम यात्री वेटिंग वाले भी वंदे भारत एक्सप्रेस में घुस जाते हैं। या फिर जनरल टिकट लेकर यात्रा के लिए सवार हो जाते हैं। फिर उनको कई गुना अधिक जुर्माना देना पड़ता है। आरपीएफ इंस्पेक्टर विनीता सिंह का कहना है कि मेरठ से लखनऊ जा रही वंदेभारत एक्स्प्रेस में रविवार को काफी किसान यूनियन के लोग घुस गए थे। किसी पर टिकट नही था। बरेली और मुरादाबाद में किसानों को उतार दिया गया। बाद में दूसरी ट्रेनों से रवाना हुए।।
बरेली से कपिल यादव