लखनऊ- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद राजधानी लखनऊ में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ प्रशासन का एक्शन शुरू हो गया है. लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल खुद सड़कों पर उतरी हैं और बस्तियों में पहुंचकर घुसपैठियों के कलहिलाफ मुहीम चला रही हैं. इसी क्रम में गुरुवार को मेयर सुषमा खर्कवाल ने गुडंबा रोड स्थित एक बस्ती पहुंची और बिजली पानी के कनेक्शन काटने के निर्देश दिए. न्यूज़ एजेंसी से बातचीत में सुषमा खर्कवाल ने कहा कि ये सभी लोग रोहिंग्या हैं. सभी पुरुष बस्ती छोड़कर भाग गए हैं और महिलाएं ही हैं. मेयर ने बताया कि इनकी जांच की गई है. बातचीत के दौरान जब एक परिवार से पूछा गया कि वे कहां के रहने वाले हैं तो उसने बताया कि आसाम के. जब गांव के प्रधान और विधायक के बारे में पूछा गया तो वह नहीं बता पाए. जब यह पूछा गया कि बिजली का कनेक्शन कैसे मिला तो परिवार ने बताया कि मालिक ने दिया है. मालिक का नाम पूछा गया तो उन्होंने बताया कि पंकज यादव. बता दें कि सपा के पार्षद हैं पंकज यादव। बस्ती में रहने वालों ने कहा कि पंकज यादव ने उन्हें यहां बसाया है.लखनऊ नगर निगम की मेयर सुषमा खर्कवाल ने ग्राउंड जीरो पर उतरकर आज बांग्लादेशी और रोहिंग्या की बस्तियों में तलाश शुरू की. जैसे ही लखनऊ नगर निगम की मेयर पहुंची गुडंबा थाने के पास एक बस्ती में वहां के सारे लोग फरार हो गए. वहां रह रहे लोगों ने अपना मूल पता जो असम के बता रहे थे वहां का पूरा एड्रेस नहीं दे पाए. अपने विधायक और प्रधान का भी नाम नहीं बता पाए. इसके बाद लखनऊ नगर निगम की मेयर ने आदेश दिया कि इनका तुरंत बिजली कटवा दिया जाए और फिर 15 दिन के अंदर उन्हें इस बस्ती को खाली कर देना है. अवैध रूप से किसी और की प्रॉपर्टी में वह जबरदस्ती रह रहे थे. अगर 15 दिन में वह लखनऊ छोड़कर नहीं जाते हैं तब उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी यानी डिटेंशन सेंटर में रखा जाएगा।मेयर का आरोप है कि पूर्व पार्षद और समाजवादी पार्टी के नेता पंकज यादव ने इस बस्ती को बसाया था. अवैध तरीके से लाइट भी यानी इलेक्ट्रिसिटी भी समाजवादी पार्टी के समय ही दी गई थी. लाइट अब काटी जाएगी, इसके लिए आदेश बिजली विभाग को दे दिया गया है. मेयर ने कहा कि लखनऊ में कहीं भी अवैध घुसपैठियों को रहने नहीं दिया जाएगा.
लखनऊ में रोहिंग्या-बांग्लादेशी घुसपैठियों पर मेयर ने खुद संभाला मोर्चा
