बरेली। रुहेलखंड यूनिवर्सिटी में एक तरफ जहां विदेशी छात्र पढ़ने आ रहे हैं, वही दूसरी तरफ छात्रों को पढ़ाने के लिए विदेशी शिक्षक भी आ रहे है। विश्वविद्यालय ने पांच विदेशी शिक्षकों की नियुक्ति की है। इनमें ताइवान, नाइजीरिया, केन्या और नेपाल के शिक्षक शामिल है। आने वाले समय मे इसकी संख्या और बढ़ने वाली है। बीते एक-दो वर्षों में रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने नैक ग्रेडिंग में ए प्लस प्लस ग्रेड, यूजीसी कैटिगरी 1 विश्वविद्यालय का दर्जा, एनआईआरएफ एवं वर्ल्ड क्यू एस रैंकिंग सहित अनेक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग में दर्जा हासिल किया है। रुहेलखंड विश्वविद्यालय की पहचान राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत हुई है। इसकी वजह से विश्वविद्यालय में 71 अंतरराष्ट्रीय छात्रों ने बीटेक, एमएससी आदि में प्रवेश लिया है। विदेशी छात्रों के प्रवेश के साथ ही अब विदेशी शिक्षक भी यूनिवर्सिर्टी में आ रहे है। सबसे पहले मंदारिन पढ़ाने के लिए ताइवान की शिक्षिका फ्रेडा हुवांग की नियुक्ति की गई। अब इसके बाद नाइजीरिया और केन्या के एक-एक शिक्षक की इंजीनियरिंग की कक्षाओं के लिए नियुक्ति की जा रही है। नेपाल के भी दो शिक्षक विश्वविद्यालय में शिक्षण कार्य के लिए आने वाले है। कुलपति प्रो. केपी सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय में पढ़ाने के लिए पांच अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक नियुक्त हो चुके हैं। विश्वविद्यालय अपने पाठ्यक्रमों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कुरिकुलम के अनुसार अपडेट कर रहा है। प्रो. सिंह ने कहा कि उनका लक्ष्य अगले वर्ष तक 500 विदेशी छात्रों को प्रवेश देना और 50 विदेशी शिक्षकों को नियुक्त करने का है।।
बरेली से कपिल यादव