बरेली। जनपद के थाना कैंट क्षेत्र में एमईएस कॉलोनी के पास 60 वर्षीय पुजारी इसी साल 30 जून को एमईएस में माली के पद से सेवानिवृत हुए थे। वह वीरांगना चौक के पास रहकर पूजा पाठ करते थे। एमईएस से सेवानिवृत्त माली का शव शनिवार देर रात कुटिया से 70 मीटर दूर गड्ढे मे मिला। कुटिया से गड्ढे तक शव को खींचकर ले जाने और पीठ पर रगड़ के निशान मिले है। परिजनों ने हत्या की आंशका जताई है। पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। क्षेत्र के गांव नवीनगर निवासी द्वारिका प्रसाद (61) एमईएस मे माली थे। वह जून मे सेवानिवृत्त हुए थे। सेवानिवृत्त होने के बाद उनके बेटे हरपाल और सत्यपाल गांव में रहने लगे और वह एमईएस क्वार्टर के सामने कुटिया मे रहने लगे। कुटिया में कई मूर्तियां लगी है और वह हस्तरेखा देखते थे। जिसकी वजह से लोग उन्हें गुरु जी कहते थे। शनिवार शाम 7.30 बजे द्वारिका प्रसाद का पौत्र प्रशांत उनसे मिलने के लिए कुटिया आयाा लेकिन वह नही मिले। करीब आधे घंटे तक लौटकर नही आए तब प्रशांत ने गांव में परिजनों को जानकारी दी। द्वारिका प्रसाद का बेटा सत्यपाल मौके पर पहुंचा। इसके बाद सत्यपाल और प्रशांत ने उनकी तलाश की। प्रशांत को जमीन पर खींचने के निशान दिखाई दिए। रात 10:45 बजे द्वारिका प्रसाद का शव औंधे मुंह कुटिया से 70 मीटर दूर एक गड्ढे मे मिला। प्रशांत ने यूपी 112 को सूचना दी। मौके पर कैंट पुलिस, सीओ प्रथम पंकज कुमार और फॉरेंसिक टीम पहुंची और साक्ष्य एकत्र किए। सत्यपाल का कहना है कि उनके पिता के गले पर सूजन और पीठ पर खींचने के निशान है। उनकी हत्या कर शव फेंका गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। सीओ प्रथम पंकज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने पर ही कुछ कहा जा सकता है।।
बरेली से कपिल यादव