रिखणीखाल/उत्तराखंड- प्रखण्ड रिखणीखाल के ग्राम काण्डानाला,बीरोबाड़ी ( दियोड़), कर्तिया गांव के ढौंटियाल तोक, ढिकोलिया गांव के साथ ढौंटियाल महादेव गिजार से कोटड़ी – कोटड़ीसैंण में खेती युक्त भू-भागों में सिंचाई से जूझ रहे गांवों के लिए राहत भरी खबर है। स्थानीय क्षेत्र पंचायत सदस्य कर्तिया बिनीता ध्यानी द्वारा पूर्व में चार साल पहले इनमें सिंचाई की समस्या को लेकर सर्वे करवाया था लेकिन दैवीय आपदा के कारण शासकीय बजट जोशीमठ में हुई क्षतिपूर्ति में लगा दी गई। रिवाइज इस्टीमेट प्रस्तावित भी किया गया लेकिन बजट प्रावधान में समस्या आती रही। उपरोक्त के क्रम में लगातार शासन व विभाग से सम्पर्क पर पुनः प्रयास किया गया।विगत दिवसों में उक्त स्थलों का सर्वेक्षण सम्पन्न किया गया। सर्वेक्षण टीम में अनिल कुमार , उपखण्ड अधिकारी लघु डाल खण्ड श्रीनगर,शाखा कोटद्वार तथा सहायक अभियन्ता अनिल यादव तथा क्षेत्रीय ग्रामीण व प्रतिनिधि बतौर बिनीता ध्यानी शामिल रहे। उपरोक्त योजनाएं मन्दालनदी तथा कतेड़ागाड- अगरगाड लघु नदियों के जल स्रोतों से संयोजित की जायेगी। जिससे पैनों घाटी की खेती बहुरेगी। क्षेत्र पंचायत सदस्य कर्तिया बिनीता ध्यानी ने कहा कि मन्दालनदी के कटरौ से जहां काण्डा नाला के बड़े भूभाग चौड़,सौंटियाल खोला,बुडोला खोला,बैड़वाडी, सिसयी चौड़,ख्याड़ा,गजरोड़ा तथा तूणीचौड़ तक लगभग आठ से दस हेक्टेयर भूमि सिंचित हो सकेगी वहीं बीरोवाड़ी हाइड्रो योजना के बंद होने से भैंस्यारौ से अपलिफ्टिंग द्वारा भैंस्यारौ बीरोबाड़ी लाभान्वित होंगे साथ पेयजल व सिंचाई से जूझते ढौंटियाल तोक कर्तिया के सत्तर परिवार तथा ढिकोलिया के लिए भी आपूर्ति अपलिफ्टिंग द्वारा पूर्ण हो सकेगी। जबकि कोटड़ी सैंण व कोटड़ी के लिए लगभग दो से तीन किलोमीटर की लाइन ढौंटियाल महादेव मंदिर के निकट अगरगाड -कतेड़ागाड से अपलिफ्टिंग द्वारा सिंचाई की सुविधा मिल सकेगी। जिसका प्राक्कलन तैयार किया जा रहा है। शासकीय यथा शीघ्र स्वीकृति हेतु कार्रवाई को विधायक महन्त दिलीप सिंह रावत द्वारा निर्देशित किया गया है।