गंगोह /सहारनपुर- पहाड़ी व मैदानी क्षेत्र में भारी बारिश के बीच यमुना में पानी छोड़ दिया गया। यमुना लबालब होने से हजारों बीघा धान व घास की फसलें भी पानी में डूब गई हैं। लगातार भारी बारिश से आम जनजीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है। यमुना में बढते पानी के संभावित खतरे को देखते हुए शनिवारको एसडीएम व तहसीलदार ने पूर्व में प्रभावित होते रहे गांवों का दौरा करके ग्रामीणों को अलर्ट किया।
पिछले दिनों पहाड़ों व मैदानी इलाकों में हुई बारिश के बाद यमुना में शुक्रवार को पानी छोड़ दिया गया। इससे यमुना किनारे रह रहे लोगों की चिंता एक बार फिर से बढ़ गई है। यमुना में पानी बढना आरंभ हुआ तो ग्रामीण सतर्क हो गए कि कहीं और पानी न आ जाए। पानी बढ़ते ही यमुना किनारे किसानों द्वारा लगाई गई हजारों बीघा फसल भी पानी में डूब गई हैं। बढ़ता पानी किसानों के लिए चिंता का सबब बन गया हे। लगातार हो रही बारिश किसानों को सतर्क रहने पर मजबूर कर देती है। यमुना किनारे रहने वाले लोग कई बार यमुना का गुस्सा झेल चुके हैं। जब भी पहाड़ों पर बारिश होती है तो चिंता मैदान में बसे लोगों को हो जाती है। चार साल पहले यमुना में आई बाढ़ ने पटरी को तोड़ दिया था जिससे काफी नुकसान हुआ था। आशंका जताई जा रही है कि यमुना में अभी और पानी छोड़ा जा सकता है। संभावित खतरे को देखते हुए शनिवार को एसडीएम युग राज सिंह और तहसीलदार परमानन्द झा ने अपनी टीम के साथ यमुना खादर में बसे पूर्व में प्रभावित होते रहे गांवों का दौरा करके ग्रामीणों को अलर्ट किया। हालांकि अभी गांवों में पानी भरने को लेकर त्वरित कोई खतरा नजर नही आ रहा।
लगातार बारिश अब नगर व ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिए आफत दिखाई देने लगी है। पानी बरसने के कारण नगर में नाली व नाले भर जाने के बाद निचले इलाके के क्षेत्रों में भी पानी भर गया। ग्रामीण क्षेत्रों में भी जगह-जगह सड़के पानी में डूब गई हैं। इस कारण लोगों का घर से निकलना भी मुश्किल हो गया है। शुक्रवार को छात्र-छात्राओं को मुश्किल का सामना करना पड़ा। बारिश के कारण जहां बाजार सुने रहे वहीं बिजली आपूर्ति भी ठप रही। शनिवारको दिन भर लगातार बारिश होती रही।
– सुनील चौधरी सहारनपुर