बरेली। बरेली मे बवाल के आरोपी मौलाना तौकीर रजा के करीबी और आईएमसी के प्रवक्ता रहे नफीस के बरातघर रजा पैलेस को रविवार की सुबह दस से शाम चार बजे तक दो बुलडोजर के साथ 40 से अधिक कर्मचारी ने गैस कटर और घन-हथौड़ा चलाकर कोना-कोना तोड़कर पूरी बिल्डिंग जमींदोज कर दिया। बीडीए के मुताबिक यह आवासीय नक्शे पर बना था और इसका व्यावसायिक इस्तेमाल किया जा रहा था। बरातघर का अधिकतर हिस्सा शनिवार को ही ध्वस्त कर दिया गया था। ध्वस्तीकरण की पांच घंटे चली कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस और प्रशासनिक अमला तैनात रहा। जखीरा मोहल्ले मे अवैध रूप से बने नफीस के बरातघर रजा पैलेस की ध्वस्तीकरण की कार्रवाई रविवार को दूसरे भी जारी रही। पुलिस-प्रशासनिक अफसर भारी संख्या में पुलिस बल के साथ सुबह करीब 10 बजे जखीरा मोहल्ले में पहुंचे। पुलिस फोर्स ने मौके की घेराबंदी करना आरंभ कर दिया। जिस गली में रखा पैलेस बरात घर बना हुआ है, इसके दोनों ओर पुलिस ने बैरिकेड लगाकर आवागमन रोक दिया। इस दौरान कई राहगीरों की इस मार्ग से निकलने को लेकर तीखी नोकझोंक हुई, लेकिन पुलिस के समझाने पर लोग मान गए। बीडीए की प्रवर्तन दल की टीम दोपहर करीब 12 बजे दो बुलडोजर लेकर पहुंची और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई आरंभ कर दी गई। लोग शनिवार की तरह बुलडोजर की आवाज सुनकर घरों की छतों से ये नजारा देखते रहे। बीडीए की टीम में शामिल 15 लोग बारात घर के बचे हुए हिस्सों को जमींदोज करने में पूरी मशक्कत के साथ लगे रहे। करीब पांच घंटे की कार्रवाई के रजा पैलेस के शनिवार की कार्रवाई के दौरान बाकी बचे 30 फीसदी हिस्से को ध्वस्त कर दिया गया। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पूरी करने के बाद सभी टीमें वापस लौट गई। इस दौरान मोहल्ले के लोग कार्रवाई को देखते रहे। पूछने पर एक बुजुर्ग ने बताया कि क्या ही कहें मियां, बुरे का अंत बुरा ही होता है।।
बरेली से कपिल यादव