बरेली/फ़तेहगंज पश्चिमी-उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के शीर्ष नेतृत्व माननीय ओम प्रकाश शर्मा जी कोरना वायरस के संक्रमण को देखते हुए प्रदेश में सी बी एस सी बोर्ड, राजस्थान हरियाणा, मध्य प्रदेश आदि सरकारों की भांति बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के लिए गृह मूल्यांकन की बात लगातार करते आ रहे हैं लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन मूल्यांकन केंद्रों पर ही करा रही है जहां 500 से लेकर 1000 तक शिक्षक एकत्र होते हैं जो केंद्र सरकार की गाइडलाइन के भी सर्वथा विपरीत है इससे शिक्षकों के साथ-साथ उनके परिवारी जन भी कोरोनावायरस के संक्रमित हो सकते हैं लांक डाउन में परिवहन के साधन उपलब्ध नहीं है जिसमें दूर देहात के शिक्षक एवं शिक्षिकाओं का मूल्यांकन केंद्रों पर पहुंचना संभव नहीं है जिस कारण शिक्षक संघ की सरकार से मांग हैं कि रेड जोन घोषित क्षेत्र में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन गृह स्तर पर कराया जाए । इस परिस्थिति में आंवला, मीरगंज, सिरौली, बरेली ,शेरगढ़ बहेड़ी सहोढा आदि ग्रामीण अंचलों से मूल्यांकन केंद्रों तक आने जाने के लिए कोई वाहन की व्यवस्था भी नहीं है।
इसलिए प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर 19 मई से कराए जा रहे केन्द्रीय मूल्यांकन का उ0प्र0 माध्यमिक शिक्षक संघ ने बहिष्कार किया है । बरेली के इस्लामिया इंटर कॉलेज, राजकीय इंटर कॉलेज, एस वी इंटर कॉलेज, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज एवं विष्णु इंटर कॉलेज में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के मंडलीय मंत्री डॉ रणविजय सिंह यादव एवं बरेली के जिला अध्यक्ष डॉ नरेश सिंह के नेतृत्व में मूल्यांकन केंद्र पर जाकर शिक्षकों ने प्रस्तावित मूल्यांकन का बहिष्कार कर विरोध प्रकट किया एवं विरोध के साथ ही गोरखपुर के एक मूल्यांकन केंद्र पर मूल्यांकन के इस अवसाद की वजह से मृत शिक्षिका बहिन की आत्मा की शांति के लिए मौन रखकर शोक प्रकट किया गया इसमें उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के ओंकार सिंह चौहान , मुकुल मोहन जोशी, डॉ लाखन सिंह,राजेश चौहान, मुन्नेश अग्निहोत्री, हरीश पांडे, रामानंद, भारत भूषण सिंह अरविंद कुमार,नेत्रपाल आदि सहित सैकड़ों शिक्षकों ने भाग लिया।
– बरेली से सौरभ पाठक की रिपोर्ट