राजस्थान/बाड़मेर- बाड़मेर जिले के दौरे पर आए गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा ” पत्रकारों की सुरक्षा पुख्ता की जाएगी” मैंने पदभार ग्रहण करते ही पुलिस महानिदेशक को पत्रकारों की सुरक्षा के लिए पत्र लिखा था , आज आपके द्वारा मुकदमा दर्ज नही करने की फरियाद के साथ में वही दोनों पत्र हमारे को मिला है शासन सचिवालय में पुलिस महानिदेशक से अब फिर से पत्र की समीक्षा की जाएगी कि आखिर उसमें हुआ क्या और राजस्थान पुलिस द्वारा धरातल पर क्या नतीजे आए ? मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा खुद राज्य में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है।
स्मरण रहे की राज्य में पत्रकारों के साथ होने वाली अप्रिय घटनाओं की रोकथाम के लिए गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढम ने पुलिस महानिदेशक के नाम से सर्कुलर जारी कर दिया। सर्कुलर में उन्होंने अध्यक्ष भारतीय प्रेस पत्रकार संघ द्वारा पत्रकारों की सुरक्षा एवं उनके हितों का पूरा ध्यान रखने पत्रकारों का सम्मान करने के साथ ही पत्रकारों के साथ होने वाली किसी भी घटना पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश जारी किए है। गृह राज्यमंत्री ने इस बाबत पुलिस महानिदेशक से सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को इस निर्णय की पालना और उनके द्वारा की गई कार्रवाई से भी तुरंत अवगत कराने के निर्देश दिए हैं। वहीं भारतीय प्रेस पत्रकार संघ के अध्यक्ष अभय जोशी ने गृह राज्यमंत्री के द्वारा पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर संघ की मांग मानने और उठाए गए निर्णय पर उनका आभार व्यक्त किया था।
जर्नलिस्ट काउंसिल आफ इण्डिया की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सलाहकार समिति के सदस्य और वरिष्ठ पत्रकार राजू चारण ने कहा कि पिछले काफी समय से परेशान हूँ स्थानीय पुलिस द्वारा मुकदमा भी दर्ज नही करते हैं और आप पत्रकारों को सम्मानजनक सुरक्षा देने की बात करते हैं। बाड़मेर जिले में पत्रकार प्रायः स्वयं को असुरक्षित स्थिति में पाते हैं, विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां प्रेस की स्वतंत्रता खतरे में है। ग्रामीण क्षेत्रों में या स्वतंत्र रूप से काम करने वालों के लिए, संस्थागत समर्थन की कमी के कारण उन्हें धमकी या झूठे आरोपों का सामना करना पड़ सकता है। इन स्थितियों में, भारतीय प्रेस परिषद की निगरानी महत्वपूर्ण सुरक्षा प्रदान करेगी, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि पत्रकारों के खिलाफ की गई कोई भी कार्रवाई न्यायोचित है और आलोचनात्मक आवाज को चुप कराने का गुप्त प्रयास नहीं होने चाहिए।
पत्रकारों को ऐसी व्यवस्था मिलनी चाहिए जो उनका समर्थन करे, उनकी रक्षा करे और सच बोलने की उनकी आज़ादी के लिए लड़े।पत्रकारों की सुरक्षा हो, उनके अधिकारों की रक्षा हो; तथा जो लोग अपने लाभ के लिए पत्रकारिता पर अंकुश लगाना चाहते हैं, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाए। एक लोकतांत्रिक समाज में, सत्ता के दुरुपयोग को रोकने और यह सुनिश्चित करने के लिए कि प्रेस की स्वतंत्रता से समझौता न हो, इस स्तर की निगरानी महत्वपूर्ण है।
ऐसे दौर में जब पत्रकारों पर लगातार खतरा मंडरा रहा है, उनके अधिकारों की रक्षा करना और कानून प्रवर्तन कार्रवाइयों में पारदर्शिता सुनिश्चित करना पहले से कहीं ज़्यादा ज़रूरी हो गया है। पत्रकार लोकतंत्र के अग्रदूत हैं, जो जनता के सामने सच्चाई लाने, भ्रष्टाचार को उजागर करने और सत्ता को जवाबदेह बनाने के लिए अथक प्रयास करते हैं। फिर भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका के बावजूद कई पत्रकारों को अक्सर बिना किसी पर्याप्त समर्थन या वकालत के उत्पीड़न, गलत गिरफ़्तारी और धमकी का सामना करना पड़ता है।
पुलिसकर्मियों को दी छवि सुधारने की नसीहत : गृह राज्य मंत्री जवाहर बेढ़म ने बाड़मेर दौरे के दौरान जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पुलिस विभाग की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने कहा कि पुलिस को आम लोगों और क्षेत्र के स्थानीय पत्रकारों से सम्मानजनक व्यवहार करना चाहिए ताकि परिवादी सम्बंधित जगह से संतुष्ट होकर जाए।उन्होंने कहा कि किसी पीड़ित के साथ हमारा भी व्यवहार रूखा होगा तो वह हमारी सही छवि लेकर नहीं जाएगा। हालांकि बाड़मेर पुलिस की ओर से नशा मुक्ति और नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की मुक्तकंठ से प्रशंसा की। उन्होंने निर्देशित किया कि आम लोगों को ऐसे लगना चाहिए कि पुलिस का अपराधियों में डर और आमजन में विश्वास के सिद्धांत के साथ काम कर रही है। बैठक में उद्योग राज्य मंत्री के के विश्नोई, विधायक प्रियंका चौधरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेन्द्र सिंह चांदावत, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जसराम बोस सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
– राजस्थान से राजूचारण