मीरगंज, बरेली। शासन से आई टीम ने गुरुवार को मीरगंज क्षेत्र की गोशालाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान कई कमियां मिली। टीम ने बीडीओ को फटकार लगाई तो अफसरों पर नाराजगी जाहिर की। लखनऊ से आए आए संयुक्त संयुक्त निदेशक डॉ. संजय अग्रवाल के साथ डिप्टी डायरेक्टर डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार और डॉ. मदन मुरारी पटेल सुबह 11 बजे पशु चिकित्साधिकारी कार्यालय पहुंचे और उप पशु चिकित्साधिकारी डॉ. अवधेश कुमार को अपने साथ लेकर कई गोशालाओं की जांच की। सबसे पहले दोपहर पौने दो बजे गांव कपूरपुर की गोशाला पहुंचे, यहां जब रिकॉर्ड खंगाला और मुआयना किया तो गड़बड़ियों की फेहरिस्त सामने आ गई। गांव कपूरपुर की गोशाला में पोर्टल पर 152 पशु दर्ज मिले, हकीकत में सिर्फ 77 मौजूद थे। भूसा खरीद के आंकड़ों में भी झोल मिला। ऑनलाइन रिकॉर्ड में 9.50 लाख का भूसा खरीदा दर्शाया गया था, जबकि दस्तावेजों में सिर्फ 2.50 लाख की एंट्री थी। एमएस इंटरप्राइजेज के नाम से 75 हजार का बिल भी फर्जी पाया गया। पंचायत सचिव से जानकारी ली तो वह कोई सबूत नहीं दे सके। वही सवालों से घिरे ग्राम प्रधान और सचिव जिम्मेदारी से बचते नजर आए। गोशाला के चारों ओर कीचड़ और जलभराव देख संयुक्त निदेशक डॉ. संजय अग्रवाल ने नाराजगी जताई और तुरंत ही बीडीओ भगवान दास को मौके से ही फोन किया। बीडीओ से पूछा लो लैंड एरिया मे गोशाला क्यों बनाई है। उचित और सही जगह क्यों चिन्हित नही की। इस पर बीडीओ स्पष्ट जवाब नहीं दे सके। प्रधान हरीश राजपूत ने बताया कि गोशाला के लिए जगह चिन्हित को लेकर हमने स्थान परिवर्तन के लिए कहा था, लेकिन हमारी बात नहीं मानी गई। संयुक्त निदेशक ने बताया रिपोर्ट शासन को भेजेंगे। शासन से हमें धरातल पर गोशालाओं के निरीक्षण की जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने बताया कि शासन से जो योजना चलाई जा रही है। उसका क्रियान्वयन धरातल पर बहुत कम हो रहा है। कुछ अधिकारियों की रिपोर्ट भी उच्चाधिकारियों को सौंपेंगे। निरीक्षण के दौरान ब्लॉक की ओर से बीडीओ भगवान दास, एडीओ पंचायत वीरपाल सिंह, एडीओ आईएसबी यश गंगवार, हरीश लोधी, विशाल कुमार, योगेश कुमार आदि मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव