रोहतक/हरियाणा – 5 साल से बकाया पड़े मुनादी भत्ते और गांव में मृत्यु के रिकॉर्ड बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा कार्रवाई न करने से नाराज रोहतक ब्लॉक के ग्रामीण चौकीदारों ने प्रदर्शन कर सीटीएम को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन से पहले रोहतक ब्लॉक के ग्रामीण चौकीदार स्थानीय मानसरोवर पार्क में इकट्ठा हुए और ब्लॉक प्रधान श्रीओम कटवाड़ा की अध्यक्षता में मीटिंग की।
मीटिंग को संबोधित करते हुए हरियाणा ग्रामीण चौकीदार सभा के जिला प्रधान भगत सिंह और सीटू जिला सह सचिव कामरेड विनोद ने कहा कि प्रदेश के 7000 ग्रामीण चौकीदार सरकार की भारी उपेक्षा झेल रहे हैं।इस उपेक्षा के चलते ग्रामीण चौकीदारों को कर्मचारी घोषित नहीं किया जा रहा है। 21000 रुपए न्यूनतम वेतन की बजाय उन्हें 7000 रुपए मासिक मानदेय में ही गुजारा करना पड़ रहा है।
उन्होंने जिला प्रशासन पर ग्रामीण चौकीदारों के साथ भेदभाव करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि रोहतक जिले के ग्रामीण चौकीदारों को वर्ष 2013 से वर्ष 2015 के बीच के मुनादी भत्ते का भुगतान नहीं किया जा रहा है। जिसको लेकर पिछले 3 साल में अनेकों बार धरने- प्रदर्शन और ज्ञापन दिए जा चुके हैं। परंतु इस अंतराल में ग्रामीण चौकीदार को कोरे आश्वासन ही मिल रहे हैं।
इसके साथ ही अक्टूबर माह में हरियाणा सरकार द्वारा गांव में मृत्यु का रिकॉर्ड बनाने की जिम्मेदारी ग्रामीण चौकीदारों को दी गई थी। परंतु, 4 महीने बीत जाने के बावजूद जिला प्रशासन इस काम के लिए ग्रामीण चैकीदारों की आईडी नहीं बना रहा है। जिस कारण से यह कार्य अधूरा पड़ा है और इसके लिए ग्रामीण चैकीदारों को मिलने वाले भुगतान को लेकर भी शंकाएं उठ रही हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन के इस रवैया से ग्रामीण चौकीदारों में भारी रोष है। मीटिंग में बोलते हुए ब्लॉक सचिव गुलाब धामड़ ने कहा कि अगर 29 फरवरी तक समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो 3 मार्च को पूरे जिले के ग्रामीण चौकीदार उपायुक्त कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन करेंगे।
विरोध कार्रवाई में ग्रामीण चौकीदार सभा के जिला सचिव धर्मबीर किलोई, जय भवानी रुड़की, सतेंद्र हुमायूंपुर, राजेंद्र, हरिओम मुगाण, सुरेश, राजेंद्र, आनंद, बलवान ब्राह्मणवास प्रमुख तौर पर मौजूद थे।
– रोहतक से हर्षित सैनी