*बहुत उपयोगी साबित हो रही है महिला हेल्पलाइन 181- मीना चौबे सदस्य महिला आयोग
वाराणसी- सदस्य महिला आयोग श्री मती मीना चौबे बुधवार को सर्किट हाउस में महिला उत्पीड़न के मामलों की सुनवाई कर संबंधित अधिकारियों को कार्यवाही के निर्देश दिए। सुनवाई के दौरान कई महिलाओं द्वारा यह बताने पर कि उन्होंने महिला हेल्पलाइन 181 पर फोन किया और उन्हें भरपूर सहयोग मिला। इस पर सदस्या ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि महिलाएं जागरूक हो और प्रदेश सरकार की महिला हेल्पलाइन 181 का जरूरत पर उपयोग करें। प्रदेश सरकार महिलाओं के उत्पीड़न रोकने व उन पर कार्यवाही के लिए बेहद संवेदनशील है। महिलाओं को बताया गया कि उन्हें नि:शुल्क विधिक राय के लिए अधिवक्ता उपलब्ध कराये जाने की व्यवस्था है।
महिला उत्पीड़न सुनवाई के दौरान कुल 15 मामले आए। जिसमें अधिकांश में ससुराल पक्ष द्वारा प्रताड़ित करने के मामले रहे। ग्राम नारायणपुर की अरुणा देवी, भोगावीर की स्मिता त्रिपाठी, गंगोत्री विहार कॉलोनी के सुबोध ठाकुर द्वारा पुत्री की हत्या करने व उसकी बच्ची की देखभाल करने की प्रकरण, नई बस्ती फुलवरिया कैंट की रानू पांडे, ग्राम परसरा के रामचंद्र मिश्र की पुत्री के मामले, ग्राम सोनहुल की साधना सिंह, जुझारू पट्टी चौबेपुर की बेबी, कैथोली फूलपुर की सुनीता देवी, आमीता गुप्ता की बहन सुधा गुप्ता, ग्राम मखना मऊ की मीनाक्षी सिंह द्वारा ससुराल पक्ष द्वारा प्रताड़ित के मामले आये। जिस पर महिला आयोग की सदस्या मीना चौबे ने अधिकारियों को कार्यवाही कर आख्या मागी है तथा अगली सुनवाई पर दोनों पक्षों को बुलाने का भी निर्देश दिया। किरन देवी ने मायके में हिस्सेदारी की मांग की, जिसके लिए मायके वालों को अगली सुनवाई पर बुलाया गया है। इस अवसर पर डॉ रीना सिंह की हत्या का प्रकरण भी आया। जिस पर सदस्या ने एसएसपी से कृत कार्यवाही की रिपोर्ट मांगी है। सुबोध ठाकुर की पुत्री की छोटी 7 वर्षीय बच्ची की देखभाल हेतु शेल्टर होम में व्यवस्था की कार्यवाही के निर्देश दिए। मा0 सदस्या ने महिलाओं को शासन की विभिन्न कल्याणकारी व सामाजिक सुरक्षा की योजनाओं की जानकारी देते हुए उनका लाभ लेने को जागरूक किया।
सुनवाई के दौरान उपजिलाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक, जिला प्रोबेशन अधिकारी, उप निदेशक सूचना सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
रिपोर्टर:-महेश पाण्डेय