राजस्थान/सादडी – सेवाभारती ने जिले भर में संचालित बालसंस्कार केन्द्र और सादड़ी नगर के वाल्मीकि बस्ती मे सेवाभारती के कार्यकर्ताओ ने महर्षि वाल्मीकि की जयंती मनाई।सादड़ी नगर की आकाश गंगा कॉलोनी स्थित बस्ती में सर्वप्रथम महर्षि वाल्मीकि की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया गया,वाल्मीकि बस्ती में उपस्थित प्रबुद्धजन देविलाल कंडारा, गोवर्धनलाल,लालजी भाई, राजू कंडारा,भेराराम,विक्रम,रोशन,
ललित वाल्मीकि के अलावा अन्य प्रमुख लोगो के साथ कार्यक्रम मे मुख्यातिथि वैद्यराज ललित राठौड,अध्यक्षता देविलाल कंडारा,विशिष्ट अतिथि गिरधारीलाल,मुख्य वक्ता सेवाभारती के प्रांत सह मंत्री विजयसिंह माली ने महर्षि वाल्मीकि पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि वाल्मीकि समाज महर्षि वाल्मीकि के वंशज होने के साथ समाज के श्रेष्ठ स्तर से है। उन्होंने अपने सम्बोधन मे कहा कि मुगलों के अत्याचार के कारण वाल्मीकि समाज ने निम्नस्तरीय कार्य करना स्वीकार किया लेकिन अपना धर्म परिवर्तन नही किया। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि समाज अपने परम वैभव को प्राप्त करने के लिए समाज शिक्षा के साथ मास मदिरा का सेवन त्याग नशा मुक्त, समाज बनाने पर पुरजोर देवे। इसके साथ ही उन्होंने वाल्मीकि समाज को अपने पूर्वज महर्षि वाल्मीकि के बताए मार्ग पर चलने की बात कही। कार्यक्रम को वैद्य ललित राठौड़, देविलाल कंडारा ने भी सम्बोधित किया।
कार्यक्रम में सेवाभारती के कई कार्यकर्ताओ के साथ बस्ती के ज्येष्ठ श्रेष्ठ उपस्थित रहे।
समापन के दौरान वाल्मीकि समाज द्वारा मिष्ठान वितरित किया गया। कार्यक्रम में समरच समाज की झलक साफ दिखाई पड़ रही थीं।
इस दौरान सेवाभारती के जिलामंत्री मोहन सोलंकी, सह जिलामंत्री दिनेश लूणिया, अरविंद परमार, कार्यकारिणी सदस्य रमेश रिण्डर, मघाराम हिंगड़,नारायण राईका, चंद्रकांत, किशन लखारा आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।
इन सब के अलावा जिले भर में सेवाभारती के बालसंस्कार केन्द्रो पर भी महर्षि वाल्मीकि जयंती स्थानीय ग्रामीणों के साथ हर्ष उल्लासपूर्ण मनाई गई।
पत्रकार दिनेश लूणिया सादड़ी