आज़मगढ़- मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी ने तहसील निजामाबाद में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता करते हुए मौके पर 10 मामलों का निस्तारण किया। इस मौके पर मण्डलायुक्त के समक्ष कुल 84 प्रकरण प्रस्तुत किये गये जिसमें राजस्व के 46, विकास के 8, पुलिस विभाग के 13, विद्युत के 10 तथा शेष अन्य विभागों से सम्बन्धित मामले सम्मिलित थे, जबकि निस्तारित प्रकरणों में राजस्व के 6, विकास के 1 एवं पुलिस के 3 मामले सम्मिलित हैं। सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी एवं डीआईजी जी. रविन्द्र गौंड द्वारा आम जन से उनकी समस्याओं के सम्बन्ध में की जा रही सुनवाई के दौरान क्षेत्र के एक गांव में तैनात लेखपाल के स्थान पर उसके भाई द्वारा कार्य करने की पुष्टि होने पर मण्डलायुक्त ने जहाॅं लेखपाल को प्रतिकूल प्रविष्टि देने का निर्देश दिया वहीं उसके भाई के विरुद्ध तत्काल एफआईआर भी दर्ज कराये जाने हेतु निर्देशित किया। मण्डलायुक्त ने इस दौरान यूपी एग्रो, श्रम विभाग एवं ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग के तहसील स्तरीय अधिकारियों को अनुपस्थित पाये जाने भी सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी अनुपस्थितों का एक दिन का वेतन काटने एवं स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी के समक्ष क्षेत्र के ग्राम वज़ीरमलपुर एक व्यक्ति ने प्रार्थना पत्र प्रस्तुत करते हुए बताया कि उनके गांव में तैनात लेखपाल योगिता सिंह कभी नहीं आती हैं, बल्कि लेखपाल के स्थान पर उनके भाई पुष्पेन्द्र सिंह द्वारा कार्य किया जा रहा है तथा अवैध वसूली की जा रही है। इस पर मण्डलायुक्त ने उक्त लेखपाल को तलब किया तो लेखपाल का भाई उपस्थित हुआ तथा स्वयं को लेखपाल बताया, परन्तु उपस्थित फरियादी सहित एसडीएम, तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक द्वारा लेखपाल का भाई बताया गया तथा बाद में स्वयं उपस्थित व्यक्ति ने भी अपने को लेखपाल का भाई बताया, जबकि तहसीलदार ने लेखपाल योगिता सिंह को अवकाश पर होना बताया। मण्डलायुक्त श्रीमती त्रिपाठी ने इस स्थिति पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए लेखपाल योगिता सिंह को प्रतिकूल प्रविष्टि देने तथा उनके भाई के विरुद्ध तत्काल एफआईआर दर्ज कराने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने एसडीएम एवं तहसीलदार को यह भी निर्देश दिया कि क्षेत्र में इस प्रकार की गहन जाॅंच कर लें, यदि कहीं भी इस तरह का प्रकरण संज्ञान में आता है तो सम्बन्धितों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही किया जाय। इस मौके पर ग्राम नसीरपुर खालसा निवासी अनिल कुमार ने गांव के बाहा पर अवैध रूप से हो रहे पेट्रोल पम्प के निर्माण का रोकने हेतु प्रार्थना पत्र दिया जिस पर मण्डलायुक्त ने नायब तहसीलदार को तत्काल मौके पर जाकर प्रकरण का निस्तारण करते हुए अवगत कराने हेतु निर्देशित किया। ग्राम जगजीवनपुर निवासी पप्पू राम, प्रह्लाद आदि ने प्रार्थना पत्र देते हुए अवगत कराया गया कि गांव में तैनाती के बावजूद सफाई कर्मी
के कभी न आने, ग्राम मोहनाठ निवासी लालमन ने चकमार्ग पर दबंग व्यक्ति द्वारा कब्जा करने, ईशरपुर निवासी हरी यादव ने अपने हिस्से की भूमि पर विपक्षी द्वारा जबरन कब्जा करने सम्बन्धी प्रार्थना पत्र दिया। जिस पर मण्डलायुक्त श्रीमती त्रिपाठी सम्बन्धित अधिकारियों को तत्काल कार्यवाही करने का निर्देश दिया। इसी प्रकार रघनाथपुर निवासी विक्रम राम ने इस आशय का प्रार्थना पत्र दिया कि उनके विद्युत का मीटर नवम्बर 2018 से जला हुआ है, बार-बार आवेदन देने के बावजूद विद्युत विभाग द्वारा नहीं बदला जा रहा है। मण्डलायुक्त ने इस सम्बन्ध में मुख्य अभियन्ता विद्युत को तत्काल मीटर बदले जाने की कार्यवाही करने का निर्देश देते हुए कहा कि लगभग डेढ़ वर्ष तक मीटर न बदले जाने के लिए जिम्मेदारी अधिकारी एवं कर्मचारी का उत्तरदायित्व निर्धारित कर उनके विरुद्ध कार्यवाही की जाय।
इस अवसर पर डीआईजी जी.रविन्द्र गौंड, संयुक्त विकास आयुक्त पीएन वर्मा, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) गुरू प्रसाद गुप्त, आरएफसी राजेश कुमार, उप निदेशक राष्ट्रीय बचत डा. विजय नाथ मिश्र, उप निदेशक पंचायत राम जियावन, उप आबकारी आयुक्त एसपी चौधरी, उपजिलाधिकारी प्रियंका प्रियदर्शिनी, क्षेत्राधिकारी पुलिस मुहम्मद अकमल, तहसीलदार सर्वेश कुमार सिंह गौर सहित अन्य मण्डलीय एवं तहसील स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
रिपोर्टर:-राकेश वर्मा आजमगढ़