आजमगढ़- आजमगढ़ के अतरौलिया में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के लिए भूमि अधिग्रहण में बगल से ही जा रहे एनएच 233 के लिए मिले मुआवजे के बराबर धन दिए जाने की मांग को लेकर चल रहे धरना प्रदर्शन में आज दसवें दिन किसानों ने अपनी ताकत दिखाई। किसानों ने अधिकारियों के प्रतीकात्मक अंतिम संस्कार के बाद दसवां का मुंडन कराकर आक्रोश व्यक्त किया। कहा तेरहवीं भी मनाएंगे। 39 गाँव के 500 से ज्यादा किसान परिवार प्रभावित हैं। सभी परिवार नाखुश हैं। हालांकि अभी तक भूमि का अधिग्रहण नहीं हुआ है और सरकार के डीड पर अभी तक किसानों ने साइन नहीं किया है। किसानों ने डीएम, एडीएम व एसडीम से गुहार लगाई है लेकिन अभी तक सुनवाई न होने का आरोप है। किसानों का कहना है कि आज 10 दिन धरने के हो गए हैं ना जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी हम लोगों की मांगों को लेकर कोई सुनवाई कर रहे हैं। हम लोगों उनको मरा हुआ, समझकर आज दसवें दिन उनकी दसवीं मनाते हुए अपने बाल का मुंडन करवाकर आक्रोश व्यक्त किए । बता दे कि क्षेत्र में बन रहे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण में अधिग्रहीत जमीन का उचित मुआवजा ना मिलने पर आंदोलित किसान अतरौलिया के गदनपुर तिराहे के समीप एनएच 233 के किनारे चल रहे अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन के दसवें दिन बड़ी संख्या में किसान लोग शामिल हुए । इस धरना प्रदर्शन में सैकड़ों किसान दिन रात धरना स्थल पर बैठकर अपनी मांग मनवाने के लिए शासन, प्रशासन को मजबूर करने में लगे हैं। किसानों का कहना है कि जब तक हमारी मांगों पर शासन, प्रशासन गंभीरता से विचार करके उचित सर्किल रेट के हिसाब से मुआवजा नहीं देगा। तब तक हम लोग धरने से नहीं हटेंगे । आज धरना प्रदर्शन में किसानों ने अपने बाल का मुंडन करवा सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के महासचिव फूलचंद यादव ने कहा कि आज हम लोग इस धरने 10 दिन हो गए शासन व प्रशासन द्वारा किसानों का शोषण किया जा रहा है । 10 दिन धरने के होने के बाद भी ना जिला अधिकारी महोदय ना अपर जिलाधिकारी महोदय और ना ही उप जिलाधिकारी महोदय ने हम लोगों के समीप आकर कोई आश्वासन नहीं दिया आज दसवां दिन किसानों ने मुंडन कराया है और 13 दिन बात हम किसानों के लोग उनकी प्रतीकात्मक तेरही भी करेंगे।
रिपोर्टर:-राकेश वर्मा आजमगढ़