कानपुर- कानपुर में भूमाफिया की गुंडई का मामला सामने आया है, जहां दो दलितो के मकान दिनदहाड़े बुलडोजर से गिरा दिया गया. इस घटना का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. शिकायत मिलने के बाद सँयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने मामले की जांच एसीपी पनकी कर कार्रवाई के आदेश दिए है।
बुलडोजर से दलितो का घर गिराने का आरोप
दरअसल ये पूरा मामला कानपुर कमिश्नरेट के पनकी थाना क्षेत्र के बहेणा गांव का है. जहाँ के रहने वाले फूलचंद्र ने सँयुक्त पुलिस आयुक्त को शिकायती पत्र देते हुए आरोप लगाया कि गांव की रहने वाले दबंग और भूमाफिया संतोष राजपूत और उंसके गुर्गों ने उंसके मकान को दिनदहाड़े बुलडोजर से गिरवा दिया है. इस शिकायत के बाद सँयुक्त पुलिस आयुक्त ने तत्काल एसीपी पनकी को पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई करने का आदेश दिया है. वही माफिया द्वारा बुलडोजर से दलितों का घर गिराने की घटना से क्षेत्र में सनसनी मची हुई है घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है।
पीड़ित ने माफिया और पनकी पुलिस पर लगाया गम्भीर आरोप।
शिकायतकर्ता फूलचंद्र ने बताया कि वो बुजुर्गों के समय आराजी 368 की 1 बीघा 11 बिस्वा जमीन पर अपना आशियाना बनाकर और उसी जमीन पर खेती करके अपने परिवार का जीवन यापन कर रहा था तभी क्षेत्र के दबंग भूमाफिया सतोष राजपूत ने पुलिस और लेखपाल से साठगांठ कर बीती 29 दिसम्बर को दिनदहाड़े सतोष राजपूत और उनके साथी राम सिंह, शिव बालक, सुरेश और सतोष का बेटा सत्यजीत और उनके साथ चौकी के कुछ सिपाही आये और उनकी बहू सोनी से गाली-गलौज करने के बाद उनका घर और बगल में रहने वाली कंचन पासवान का घर बुलडोजर से ढहा दिया, जिस समय दबंगो ने घर पर बुलडोजर चलवाया उस समय उसी घर मे उनका मासूम पोता सो रहा था उसकी भी जान जाते बची। वही दोनों घरों की गृहस्थी भी तहस नहस हो गयी। पीड़ितों ने आरोप लगाया कि घटना के बाद वो थाना पनकी और एसीपी पनकी के पास न्याय की गुहार लगाने गए लेकिन पुलिस ने उनकी कोई सुनवाई नही की।