बरेली। भीषण गर्मी का प्रकोप एक बार फिर से बढ़ने लगा है। जिससे लोगों में डिहाइड्रेशन की समस्या भी बढ़ गई है। जिस वजह से उन्हें घबराहट, चक्कर आना और बेचैनी जैसी समस्याएं होने लगी है। डॉ बताते हैं कि डिहाइड्रेशन की वजह से शरीर से पसीने के साथ तमाम इलेक्ट्रोलाइट भी निकल जाते हैं। जिससे मरीज को घबराहट और बेचैनी होने लगती है। ऐसे में जरूरी है कि उसके शरीर में पानी की मात्रा को पूरा किया जाए। रविवार को जिले का अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया जबकि शनिवार को जिले का अधिकतम तापमान 41.7 डिग्री सेल्सियस था। भीषण गर्मी का प्रकोप रविवार से शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने जनपद मे हीट वेब चलने का येलो अलर्ट जारी कर दिया है। अनुमान हैं कि तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के पार हो सकता है। जिससे लोगों को भीषण गर्मी का दंश झेलना होगा। एक दिन मे एक डिग्री सेल्सियस तापमान बढ़ने की वजह से अचानक लोगों को भीषण गर्मी का एहसास होने लगा। तमाम लोगों को गर्मी की वजह से घबराहट और बेचैनी होने लगी तो कुछ लोगों को बेहोशी भी छाने लगी। जिला अस्पताल में पहुंचने वाले मरीज भी गर्मी की वजह से बेहाल दिखाई दिए। जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. अजय मोहन का कहना है कि तापमान बढ़ने की वजह से जब शरीर से पसीना निकलता है तो तमाम इलेक्ट्रोलाइट भी निकल जाते है। उन्हें पूरा करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि लोगों को तरल पदार्थों की मात्रा बढ़ा देनी चाहिए, गर्मी के मौसम में जूस, शिकंजी, पानी, ओआरएस समेत रस वाले मौसमी फलों की भी संख्या बढ़ानी चाहिए। जिससे शरीर डिहाइड्रेट न हो। हालांकि इस बात का भी ध्यान रहे कि बाहर के खाने से बचना है। क्योंकि अगर बाहर के खाने से किसी भी तरह का इंफेक्शन लगा तो दस्त और उल्टियां शुरू हो सकती है। तब स्थिति और भी खराब हो जाएगी। उधर, दूसरी ओर मौसम विज्ञानी अतुल कुमार बताते हैं कि शनिवार से मौसम मे बदलाव हुआ है। जनपद मे हीट वेब का भी अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, हीट वेब में सामान्य लोगों के लिए गर्मी सहनीय हो सकती है। लेकिन छोटे बच्चों और गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों के बीमार होने की संभावना हैं। इसी के साथ जो लोग तेज धूप में काम करते है। उन्हें लू लग सकती है। इसलिए उन्हें सतर्कता बरतने की जरूरत है। इसी के साथ जानवरों और फसलों पर भी यह लू प्रभाव डाल सकती है।।
बरेली से कपिल यादव