बरेली। भारतीय बौद्ध महासभा ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। महासभा ने एसडीएम को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा। इस दौरान कई बौद्ध संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। प्रमुख मांग मे महाबोधि महाविहार टैंपल एक्ट 1949 को रद्द करने की बात कही गई है। संगठन चाहता है कि नया कानून बनाकर यह पवित्र स्थल भारतीय बौद्धों को सौंपा जाए। साथ ही महंत ब्राह्मण की कोठी जो सम्राट अशोक के राजमहल पर बनी है का उत्खनन कर उसे राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया जाए। फ्रांसिस बुकानन के दस्तावेजों में इसके ऐतिहासिक प्रमाण मिलते है। महासभा ने मांग की है कि महंत की कोठी मे रखी शाक्यमुनि तथागत बुद्ध की सैकड़ों मूर्तियां और शिलालेखों को बोधगया स्थित संग्रहालय में स्थानांतरित किया जाए। संगठन ने चेतावनी दी है कि मांगें नही मानी गई तो देशभर में उग्र आंदोलन किया जाएगा। साथ ही जेलभरो आंदोलन की भी घोषणा की गई है। प्रदर्शन मे रमेश बाबू, सुशील कुमार, ठाकुर दास प्रेमी, दीन दयाल गौतम और प्रमोद बाबू समेत कई लोग शामिल हुए।।
बरेली से कपिल यादव