- महोदया के भय में किया थाना फूलबेहड़ प्रभारी को लाइन हाजिर
लखीमपुर खीरी- योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि थानों में दबंगई न करें विधायक और अफसरों पर भी ये कड़े शब्दों में बयान मुख्यमंत्री ने 30 मार्च 2017 को इटावा में जहां भरथना से बीजेपी विधायक सावित्री कठेरिया के बेटे धर्मेंद्र ने पुलिस थाने में रौव दिखाते दिखे थे मीडिया में मामला आया था तब दिया था बयान जिससे नेता थानों चौकी में कम दिखे इसका असर भी दिखा परंतु इसका दूसरा रास्ता नेताओं ने फोन पर धमकी देने का निकाला ताजा प्रकरण चर्चा में यह है कि श्रीनगर विधायिका मंजू त्यागी ने तो सारी मर्यादा तोड़ दी एक प्रकरण में सुलह के लिए दबाव बनाया बाद में फूलबेहड़ थाना प्रभारी को विद्याराम दिवाकर से कहा कि जूता निकाल कर तुम पर चलाएं क्या-क्या एक विधायिका को यह भाषा शोभा देती है अपने पिता उम्र के व्यक्ति से ऐसी बातें करना उनके संस्कार में है या सत्ता का नशा है जो बढ़-चढ़कर बोल रहा है इससे पहले शाहजहांपुर में विधायक पुत्र की दबंगई की पुलिस से जिसमें 18 पुलिस वालों ने परेशान होकर एसपी से तबादले की गुहार लगाई थी और यही हाल गत दिवस पूर्व जिला बहराइच भाजपा विधायक पति द्वारा नानपारा तहसील के तहसीलदार मधु सुधन आर्य को तमाचा जड़ा क्या यही है योगी के विधायकों की जनता के हित की बात जब मामला फंसते देखते हैं यह नेता तो बोल देते हैं जनता के लिए ऐसा किया जनता दो टाइम ही नेताओं को याद आती है एक चुनाव के वक्त दूसरे फंसने पर मंजू त्यागी विधायिका द्वारा यह तक कहा जा रहा है कि जनता को न्याय दिलाने के लिए इससे भी ज्यादा गंदे शब्दों को इस्तेमाल कर सकती हैं उन्हें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि विधायक के साथ-साथ वह एक नारी है नारी सम्मान को भी ध्यान रखना चाहिए जनता के हित की बात थी तो खुद फैसले के लिए क्यों बुलाया था दोनों पक्षों को विधायिका को यह भी ध्यान देना चाहिए उनकी ग्राम पंचायतों में अनेकों लाभार्थियों को सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है फूलबेहड़ ब्लॉक में ग्राम पंचायत इब्राहिमपुर का है जहां बेबस बेसहारा विकलांग बेवा को प्रधानमंत्री आवास योजना की पहली किस्त ₹40,000 में प्रधान ने 20,000 ले लिए किसी ने नहीं सुनी हजारों फरियादी न्याय के लिए भटक रहे कोई नहीं सुनता जनता के हित की बात कर अपने को बचाने का काम कर रही हैं। विधायिका का क्या फ़िल्मी अंदाज है थाना प्रभारी फूलबेहड़ ने गाली खायी विधायिका मंजू त्यागी की और न्याय के नाम पर एसपी खीरी ने इतना प्यारा तोहफा दिया थाना प्रभारी फूलबेहड़ को लाइन हाजिर कर विधायिका की तानाशाही को और ऊर्जा दी मरे को क्या मारा एसपी खीरी ने क्या विधायिका को खुश करने के लिए ऐसा किया गया वायरल ऑडियो में कहीं भी थाना प्रभारी फूलबेहड़ ने विधायिका के हुक्मों की नाफरमानी नहीं कि विद्याराम दिवाकर उल्टे जी जी करते रहे बस जो एक ईमानदार कर्मठ पुलिस वाले को नेता से करना चाहिए वह बात कही कि आप मर्यादा में रहें अपशब्द न कहे मैं सुन नहीं सकता आप चाहे हमें हटवा दे इसमें उन्होंने क्या गलत कहा उनका पक्ष व बेबसी को नजरअंदाज किया एसपी खीरी ने फौरन थाना प्रभारी फूलबेहड़ को हटा दिया गया सिर्फ इसलिए एक विधायिका की गाली का विरोध करने के कारण क्या संदेश जाएगा पुलिस महकमे में कब तक तलवे चाटते रहेंगे पुलिस वाले विधायक नेता के कब तक सुनते रहेंगे फरमान जो चाहे कहे विधायक विरोध नहीं करेंगे यह क्या योगी सरकार के लिए अच्छा रहेगा क्या संदेश जाएगा जनता के बीच सत्ता के नशे में चूर विधायिका मंजू त्यागी अभद्र भाषा के लिए चर्चा में रहती हैं उनका कहना है वह एक ऐसी महिला विधायक हैं किसी से नहीं डरती ठीक है मान लिया मगर यह सच है वह सब को डराती तो जरूर हैं चाहे पुलिस अधिकारी हो एसपी खीरी भी डरे हटा दिया थाना प्रभारी फूलबेहड़ को डरते रहो दबते रहो जनता की फरियाद नहीं नेता की सुना दूसरा वायरल ऑडियो में विधायिका कह रही है कि तुमने डबिंग कर ली है। मुझे धमकाओ न उसमें उनकी खिसयाहट और पोल खुलती नजर आ रही है और जनता के साथ रहने की दुहाई देने वाली विधायिका कितना जनता के करीब रहती हैं यह भी एक प्रश्न है।
रिपोर्टिंग – हसन जाज़िब आब्दी