*जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के यहां रखी तोपें सूली वाला बाग़ के शहीदों की अमानत है इन्हें लौटाया जाये-ज़हीर फ़ारूक़ी
हरिद्वार/रुड़की- भाकियू का प्रतिनिधिमण्डल धर्मेंद्र मलिक और ज़हीर फ़ारूक़ी के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा। पुरकाजी चेयरमैन ने एडीएम प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए दावा किया कि मुज़फ्फरनगर जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के आवास पर रखी तोपें पुरकाजी के सूली वाला बाग़ के शहीदों की अमानत है 1857 में अंग्रेज़ो पर हमला करके उन्हें यहां से खदेड़ा गया था और तोपें छीनकर देहात के जंगल मे छुपाई गयी थी अंग्रेज़ी सेना ने आकर तब सूली वाला बाग़ पर क्रांतिकारीयो को शहीद किया था।
यह तोपें पुरकाजी क्षेत्र के झबरपुर गांव के जंगल से करीब 32 साल पहले मिली थी कुछ दिन पुरकाजी थाने पर पड़ी रही फिर मुज़फ्फरनगर संग्रहालय में पड़ी रही और आखिर में आवासों पर सज गयी झबरपुर से तोपें निकलने के हजारो लोग गवाह है । सूली वाला बाग़ पर ही इन तोपों को रखा जायेगा 162 साल बाद यही होगी शहीदो को सच्ची श्रद्धांजलि । तोपें वापिस पुरकाजी जायेंगी प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से प्रदीप जैन इतिहासकार, शाहिद आलम , सुखपाल बेदी, लाला मदन, शकील खान, मामा खान, आदि लोग थे।