शेरकोट/बिजनौर- सिंचाई विभाग स्थानीय कर्मचारी बैराज पर नियुक्त वन विभाग पर लगा रहे चूना। अपने निजी स्वार्थ के चक्कर में नहर पर खड़े बेशकीमती पेड़ माफियाओं को बेच कर मोटी रकम कमा रहे हैं। पूर्व में भी इसी प्रकार यहां पर कार्यरत कर्मचारी माफियाओं को पेड़ बेच चुके हैं और पेड़ों के बदले मोटी रकम ऐठ चुके हैं। सिंचाई विभाग की जमीन पर खड़े वन विभाग के बेशकीमती पेड़ पर लकड़ी माफिया आरा चलाते हुए काट कर ले गये वहीं पेड़ का कुछ कटा हुआ हिस्सा छोड़ गए सुबह जब नगर वासी टहलने को गये तो इस बात का पता चला तथा लकङी माफियाओं के खिलाफ रोष फैल गया।
जानकारी पर पहुंचे वन दरोगा ने बचे हुए पेड़ के हिस्से को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है जानकारी के अनुसार खो बैराज स्थित एक छोटी नहर के किनारे खड़े बेशकीमती सागौन के पेड़ो को किसी लकड़ी माफिया द्वारा काट लिया गया जबकि लकड़ी का बचा हुआ हिस्सा वहीं छोड़ गए सुबह जब नगर के कुछ लोग बेराज पर टहलने के लिए गए तो उन्होंने पेड़ का कटा हुआ हिस्सा देखा जानकारी पर वन दरोगा लक्ष्मी ने मौके पर पहुँच बचे हुए सागौन की लकङी के हिस्से को कब्जे में ले लिया उन्होंने बताया कि जांच कर आगे की कार्यवाही की जायेगी ।
वन विभाग द्वारा किसी भी लकड़ी माफिया के खिलाफ गत कई वर्षो से कट रहे सागौन के पेड़ों को लेकर कोई भी उचित कार्रवाई न होने की वजह से लकड़ी माफियाओं के हौसले बुलंद है वही मौजूदा कार्यरत वन रक्षक से वार्तालाप करने चाही तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया।
रिपोर्ट-अमित कुमार रवि