बेतिया हुआ जलमग्न: आवागमन हुआ बाधित

बिहार/बेतिया – शहर की स्थिति ऐसी हो गई है कि थोड़ी सी बरसात होने पर पूरा शहर जलमग्न हो जाता है और आना-जाना इतना कठिन हो जाता है किसका शब्द नहीं मिल रहा है किसका बयां की जाए। अभी-अभी 1 घंटे की बारिश ने पूरे शहर और नाला को कीचड़ मय करते हुए पूरे शहर के घर में पानी घुसकर तबाही मचा दिया है सभी लोग इस पर्व के अवसर पर शहर में इतनी गंदगी और घरों में पानी घुसने को बेतिया नगर परिषद की कार्यप्रणाली पर उंगली उठाना शुरू कर दिया है। नाली की सफाई नहीं होना तथा नाले पर अतिक्रमण करके बड़े-बड़े बिल्डिंग को बना लेना ही पूरे शहर में जल थल होने की स्थिति बन गई है। बेतिया नगर परिषद के सभापति एवं उपसभापति तथा सभी वार्डों के वार्ड आयुक्त भी केवल कमीशन के चक्कर में पढ़कर वार्ड की सफाई नाली की सफाई गंदगी और कचरे का उठाव की अनदेखी कर रहे हैं जिसके कारण पूरे शहर के नाला नाली कि जाम की स्थिति बनी हुई है जिसके कारण पानी की निकासी अवरुद्ध है। बेतिया नगर परिषद की सभापति उपसभापति तथा नगर पार्षद भी शहर की सफाई पर कोई ध्यान नहीं देते हैं केवल टैक्स वसूली के लिए करदाताओं को परेशान करते हैं इतना ही नहीं नगर सभापति गरिमा शिकारी आ एवं उपसभापति मोहम्मद कयूम अंसारी तथा शक्ति समिति के सदस्यगण जी केवल दैनिक समाचार पत्रों में अपनी फोटो छपवा कर नाम कमाना चाहते हैं मगर काम की स्थिति जस की तस है। यही कारण है कि शहर में थोड़ी सी भी वर्षा होने पर पूरा शहर जल थल हो जाता है जिससे आवागमन करने में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है और वार्ड वासियों के घरों में पानी प्रवेश हो जाने के कारण बीमारियों का खतरा मंडराता रहता है जो बच्चे बच्चियों के लिए उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है क्योंकि पानी की निकासी सही नहीं होने के कारण कठिनाइयों का झेलना पारंपरिक बन जाता है। ऐसी स्थिति में शहरवासियों को चाहिए कि नगर परिषद को अपने घरों का कर देने में बहाना करना चाहिए क्योंकि जब सफाई की व्यवस्था सही नहीं रहेगी तो कर किस बात की और कर भी इतना लगा हुआ है के पूर्व जैसा करको 20 गुना से 40 गुना तक कर दिया गया है मगर सफाई सुथरा ई के नाम पर कुछ नहीं हो रहा है जिससे यहां के वार्ड वासी को बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है अगर ऐसे ही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में पूरे शहर में महामारी फैल जाएगी जिसको रोकना संभव नहीं होगा
बिहार सरकार के नगर आवास विभाग के द्वारा करोड़ों रुपए की राशि आवंटित की गई है जो सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने नाला नाली को बनाने सफाई उपकरण खरीदने के अलावा सड़कों के निर्माण पर खर्च करने की अनुमति प्राप्त है मगर पार्षदों के मिलीभगत से पदाधिकारीगण एवं कार्यालय कर्मियों की लापरवाही के चलते कोई विकास का काम नहीं हो रहा है जिससे पूरा शहर की स्थिति अति दयनीय हो गई है खासकर बरसात के दिनों में और अति दयनीय बन जाती है।

– राजू शर्मा की रिपोर्ट

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