सहारनपुर/ गंगोह-शोभित विश्वविद्यालय में बी.ए.एम.एस. प्रथम वर्ष के छात्र छात्राओं के लिए आयुर्वेद अक्षरारम्भ 2018 कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर नए आए बच्चों को अनेक टिप्स भी दिए गए। कार्यक्रम का आरंभ कुलाधिपति कुँवर शेखर विजेंदर, कुलपति डा. डी के कौशिक प्रति कुलपति प्रो. रणजीत सिंह महामण्डलेष्वर मार्तन्ड्पुरी जी ने माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रच्च्वलन एवं पुष्पार्चन के साथ किया। कुलपति डी के कौशिक ने प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं तथा उनके साथ आये हुए अभिभावकों का भी स्वागत किया। उन्होने सभी छात्रों को अपनी शुभकामनाएं दी एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होने बाहर से आये हुए सभी अतिथियों का स्वागत एवं धन्यवाद किया। उप कुलपति प्रो. रणजीत सिंह ने आयुर्वेद के महत्व को रेंखांकित करते हुए भविष्य में इस की अपार सम्भावनाओं के बारे में बताया। उन्होने आशा व्यक्त की कि सभी छात्र विष्वविद्यालय की नियमावली का अनुसरण करते हुए अपने उज्जवल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेंगें। इस अवसर पर महामण्डलेष्वर मार्तन्ड्पुरी जी ने मौजूद छात्र-छात्राओं को शुभाशीष दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुँवर शेखर विजेंदर ने सभी नए छात्र छात्राओ को ऊर्जा पुंज कहते हुए कहा कि उनके आने से विष्वविद्यालय मे एक नयी शक्ति का संचार हुआ है। उन्होंने सभी अभिभावकों को विष्वास दिलाया कि विवि छात्र छात्राओ के सभी विकल्पो एवं संकल्पों को पूर्ण करते हुए उनके सपने व उम्मीदों को पूरा करेगा। उन्होने ये भी कहा कि केवल किताबे पढऩे से बदलाव नहीं हो सकता, हमे बदलाव के लिए सार्थक प्रयास करने होगे व अपनी सोच को परिवर्तित करना होगा। कार्यक्रम में बी ए एम एस के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ वर्ष में तीन सर्वोच्च स्थान पाने वाले विद्यार्थियों को विष्वविद्यालय की ओर से सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर डा. महेन्द्र अग्रवाल ने भी अपने विचार व्यक्त किए। मेडिकल के प्रधानाचार्य डा एस के ठाकुर ने उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों का धन्यवाद किया। रजिस्ट्रार डा. महीपाल सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया। संचालन बी.ए.एम.एस. के छात्र शेखर सोलंकी एवं आयुषी ने किया। कार्यक्रम में डॉ. जितेंद्र राणा, डॉं. एस.डी.पाण्डेय, डा. कुशाग्र, डा. ललित मोहन, डा. नमित वशिष्ठ, डा. निशांत अग्रवाल, डा. सोनाली, डा. प्रीति, डा. मीनाक्षी आदि उपस्थित रहे।
– सुनील चौधरी सहारनपुर