पटना – केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश के सात सर्वाधिक नक्सल प्रभावित राज्यों के 30 सर्वाधिक नक्सल प्रभावित जिलों से नक्सलियों को खदेडऩे की रणनीति तैयार की है। इनमें चार बिहार के तथा 13 पड़ोसी राज्य झारखंड के हैं। बिहार के जिन चार जिलों को सर्वाधिक नक्सल प्रभावित चिन्हित किया गया है, वे सभी झारखंड की सीमा से लगते हैं। इनमें गया, औरंगाबाद, जमुई और लखीसराय शामिल हैं।
बता दें कि पिछले दिनों केंद्रीय गृह मंत्रालय के लेफ्ट एक्स्ट्रीमिस्ट विंग डिवीजन की बैठक में देशभर में केवल 30 ऐसे जिलों को चिन्हित किया गया है, जहां देशभर में होने वाली नक्सली हिंसा की 90 प्रतिशत वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है। वर्ष 2015 में गृह मंत्रालय ने देश भर में ऐसे सर्वाधिक नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या 35 तय की थी।
सभी 30 जिलों में सिक्युरिटी रिलेटेड एक्सपेंडिचर (एसआरई) योजना के तहत मिलने वाली राशि को बढ़ाने पर भी विचार किया जा रहा है। गृह मंत्रालय अब इन जिलों में एंटी नक्सल ऑपरेशन के साथ बुनियादी संरचनाओं के विकास पर जोर देगा। इनमें सड़क, पेयजल, बिजली, स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र और महिला सशक्तीकरण शामिल हैं।इन जिलों के भटके हुए युवाओं को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए उन्हें रोजगारपरक हुनर सिखाए जाएंगे। साथ ही, केंद्रीय सुरक्षा बलों में होने वाली नियुक्तियों के लिए विशेष कैंप लगाए जाएंगे।इसके अलावा गृह मंत्रालय ने माना है कि देश के 11 नक्सल प्रभावित राज्यों के कुल 90 जिलों में नक्सलियों का प्रभाव अभी भी व्याप्त है। इन जिलों में एसआरई योजना के तहत मिलने वाली केंद्रीय राशि में भी वृद्धि करने पर विचार किया जा रहा है।बता दें कि बिहार में फिलहाल कुल 16 जिले नक्सलियों के प्रभाव में हैं, जबकि झारखंड में ऐसे जिलों की संख्या 19 है।
-नसीम रब्बानी, पटना /बिहार