* जिला अस्पताल में तीन सालों से नहीं हो सकी है हार्ट स्पेशलिस्ट की तैनाती
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बरेली:-इलाज के बिना दिल का मरीज दो घंटे तक जिला अस्पताल में ही तड़पता रहा,जबकि उसका इलाज शुरू कराने को घरवाले डाक्टर से मनुहार करते रहे।हालांकि दो घंटे की देरी से उसका इलाज शुरू किया गया।उसकी हालत स्थिर बनी हुई थी।
सुभाषनगर के तिलक कालोनी के करन रस्तोगी (21)पुत्र संजय रस्तोगी के सीने में रविवार को सुबह तेज दर्द उठा।इससे घबराए घरवाले उसे तुरंत पास के एक निजी क्लीनिक पर लेकर पहुंचे लेकिन डाक्टर ने उसे निजी अस्पताल रेफर कर दिया।घरवाले उसे सुबह नौ बजे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। हां इमरजेंसी वार्ड में घरवालों को बताया गया कि हार्ट स्शपेस्लिट आज छुट्टी पर हैं। डाक्टर साहब कल मिलेंगे।अगर आज इलाज कराना चाहते हो तो किसी प्राइवेट अस्पताल ले जाओ।घरवाले आर्थिक तंगी का हवाला देकर जिला अस्पताल में इलाज कराने की गुहार लगाते रहे लेकिन डाक्टर ने इलाज करने से इनकार कर दिया।साफ कह दिया कि इलाज आज नहीं मिल सकता।इधर करन के सीने में लगातार दर्द हो रहा था।घरवाले डाक्टर से मनुहार करते रहे लेकिन करीब दो घंटे तक उसका इलाज ही शुरू नहीं किया गया।यह सूचना मिलते ही मीडिया के लोग इमरजेंसी वार्ड पहुंचने लगे।दर्द से कराहते मरीज की फोटो खिंचनी शुरू हुई तो डाक्टर ने उसे तुरंत इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कर लिया।उसका इलाज करीब दो घंटे की देरी से शुरू हो सका।बताते चले कि जिला अस्पताल में पिछले तीन सालों से हार्ट स्पेशलिस्ट की तैनाती नहीं हो सकी है।यही वजह है कि दिल के रोगियों का इलाज करने में अन्य डाक्टर आनाकानी करते हैं।
– कपिल यादव बरेली