राजस्थान/बाड़मेर- सरकारी कार्यालयों के अधिकारियों और कर्मचारियों का तो भजनलाल शर्मा ही बेड़ा पार कर सकते हैं लेकिन बाड़मेर जिले में तो बारिश आने के दौरान हालत रामभरोसे होगा तो इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं है और बारिश आने के दौरान हालत बेहद गम्भीर हो तो फिर कहना ही क्या ….
पिछले साल भी बारिश के दौरान एक दर्जन जिला कलेक्टर्स की तरह ही पूर्व जिला कलेक्टर अरुण कुमार पुरोहित ने पिछले साल शहर का व्यापक भ्रमण कर साफ सफाई और जन सुविधाओं का जायजा लिया था। निरीक्षण के दौरान पूर्व जिला कलेक्टर ने शहर की विष्णु काॅलोनी, बलदेव नगर, राजीव नगर, सिणधरी रोड़ स्थित नाले और निचली बस्तियों का निरीक्षण कर हाल जाना था। उन्होने शहर से गुजरने वाले गन्दे नालों के साफ सफाई करने के साथ ही बन्द पडे नालों को खुलवाने के निर्देश दिए ताकि शहर में बारिश आने के दौरान गन्दे पानी की निकासी में कोई बाधा ना हो।
पूर्व जिला कलेक्टर ने विष्णु काॅलोनी, बलदेव नगर, राजीव नगर, और निचली बस्तियों मे रह रहे लोगो से रूबरू होकर संवाद किया तथा सम्बंधित अधिकारियों को त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे।पुरोहित ने जल भराव वाले क्षेत्रों में पानी निकासी की उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए ताकि मच्छरों से होने वाली बिमारियों की रोकथाम की जा सके। उन्होने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को जल भराव क्षेत्रों समय पर दवाई छिडकाव करने के निर्देश दियें थे।
पूर्व जिला कलेक्टर ने कृषि भूमि पर काटी हुईं कालोनियों में खाली पडें प्लाॅट जिसमें जल भराव की स्थिति उत्पन्न हो रही है को खाली प्लाटों से जलभराव वाले बारिश के पानी को बाहर निकालने हेतु कमेटी गठित कर प्लांट मालिकों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए थे लेकिन आज बारिश के दौरान वही नजारा जरूर देखा जा सकता है।
इस दौरान उन्होने आमजन से भी अपील करते हुए कहा था कि वे अपने आसपास के क्षेत्र और घरों में बारिश का पानी इकठा ना होने दे और नियमित रूप से अपने घरों में कुलर, गमलों और आसपास के स्थानों की साफ सफाई करे ताकि मच्छरों से होने वाली बिमारियों से बचा जा सकें।
– राजस्थान से राजूचारण