वाराणसी- वाराणसी में 15 मई को हुए निर्माणाधीन चौकाघाट – लहरतारा फ्लाईओवर हादसे की जांच के बाद दोषी पाए गए अधिकारियों को शनिवार को वाराणसी पुलिस एवं क्राईम ब्रांच ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। क्राइम ब्रांच ने एक ठेकेदार सहित 8 लोगों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। फ्लाईओवर हादसे के बाद इस सम्बन्ध में सिगरा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। फिलहाल सम्बंधित धाराओं में पुलिस ने इन्हे जेल भेज दिया है।
चौकाघाट – लहरतारा फ्लाईओवर हादसे में 18 लोगो की मौत के बाद कई सारी जांच के बाद वाराणसी क्राइम ब्रांच को यह मामला ट्रांसफर किया था। कई दिनों से इस मामले के आरोपियों की तलाश में लगी क्राइम ब्रांच को आज सफलता मिली और एक ठेकेदार, परियोजना निदेशक सहित 7 इंजिनियर को गिरफ्तार किया गया है।
इस संबंध में सिगरा थाने पर एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि क्राइम ब्रांच के द्वारा आठ लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा रहा है। सेतु निगम के निर्माणाधीन ब्रिज का एक हिस्सा गिरने के सम्बन्ध में एक मुकदमा सिगरा थाने में दर्ज किया गया था। इस पूरे घटनाक्रम के बाद क्राइम ब्रांच के द्वारा विवेचना करके सेतु निगम के साथ कर्मचारियों और एक ठेकेदार को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है।
एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि इस सम्बन्ध में कई जांच के बाद क्राइम ब्रांच ने सीबीआर कंपनी द्वारा जांच करवाई थी। इस जांच में ब्रिज कंस्ट्रक्शन के मेटेरियल और मेथोलॉजी में अनियमितता एव कमी पाई गयी थी जिसके आधार पर की गयी विवेचना और अन्य साक्ष्य के आधार पर इन सभी को जेल भेजा जा रहा है।
ये ये गए जेल
क्राइम ब्रांच की कार्रवाई में पूर्व मुख्य परियोजना प्रबंधक सेतु निगम गेंदालाल, पूर्व तत्कालीन मुख्य परियोजना प्रबंधक हरिश्चंद्र तिवारी, तत्कालीन परियोजना प्रबंधक सेतु निगम कुलजस राय सूदन, सहायक अभियंता सिविल राजेंद्र सिंह, सहायक अभियंता यांत्रिक सुरक्षा राम सत्य सिंह यादव, अवर अभियंता सिविल लाल चंद्र सिंह, अवर अभियंता सिविल सहयोगी सुरक्षा राजेश पाल सिंह एवं ठेकेदार साहब हुसैन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
रिपोर्टर-:महेश पाण्डेय