बरेली। लॉकडाउन के दौरान स्कूल बंद रहे। बच्चे स्कूल नहीं जा रहे थे। स्कूल बंद होने के बावजूद, निजी स्कूलों की ओर से अभिभावकों पर फीस जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है। फीस माफ करने की मांग को लेकर अभिभावकों ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। फीस जमा करने के लिए स्कूलों की ओर से बनाए जा रहे दबाव का विरोध जताया। राष्ट्रीय महिला जागृति मंच ने बुधवार को स्कूल फीस के मुद्दे पर कलेक्ट्रेट पर बच्चों के साथ प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष ममता शर्मा ने कहा कि लॉकडाउन के बाद से सभी की आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुई हैं। बच्चे स्कूल भी नहीं गए और 6 महीने से स्कूल बंद हैं। इसके बाद भी स्कूल प्रबंधक अभिभावकों पर पूरी फीस लेने के लिए दबाव बना रहे हैं। स्कूल न खुलने के बाद भी कई ऐसी मद में फीस मांगी जा रही है। जिनका खर्च भी नहीं हुआ है। सिर्फ फीस लेने के लिए ऑनलाइन पढ़ाई की बहाने बाजी की जा रही है। जबकि ऑनलाइन पढ़ाई से बच्चों को कोई लाभ भी नहीं मिल रहा है। लॉकडाउन के कारण सभी रोजगार ठप पड़े रहे। घर का खर्च भी मुश्किल से चल पा रहा है। ऐसे में हमारी मांग है कि लॉकडाउन के महीनों की फीस माफ की जाए।।
बरेली से कपिल यादव