फाइलेरिया उन्मूलन के लिए दलित बस्तियों में खिलाई जा रही सर्वजन दवा

  • चकिया, हरसिद्धि, पकड़ीदयाल, सुगौली, ढाका, पीपरकोठी व अन्य प्रखंडों के दलित बस्तियों में घर-घर चल रहा है अभियान
  • फाइलेरिया से बचने के लिए दवा का करें सेवन: डॉ राय

मोतिहारी/बिहार-जिले में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की शुरुआत जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक द्वारा 10 फरवरी को की गई। इसके तहत स्वास्थ्य विभाग के गाइडलाइन का पालन करते हुए जिले के 23 प्रखंडों में आशा, आशा फैसिलिटेटर व स्वास्थ्य कर्मियों के सहयोग से लोगों को (मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) डीईसी एवं एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जा रही है। स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा चकिया, हरसिद्धि, पकड़ीदयाल, सुगौली, ढाका व अन्य प्रखंडों के दलित बस्तियों में घर-घर सर्वजन दवा खिलाई जा रही है। वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ शरत चन्द्र शर्मा ने बताया कि दवा खिलाते समय इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं, अत्यंत वृद्ध व बीमार व्यक्तियों को दवा नहीं खिलाई जाये।

  • फाइलेरिया से बचने के लिए दवा का करें सेवन: डॉ अंजनी कुमार

सीएस डॉ अंजनी कुमार एवं एसीएमओ डॉ रंजीत राय ने बताया कि सर्वजन दवा सेवन से ही फाइलेरिया का उन्मूलन सम्भव है। फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है, जिसे हाथीपांव के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि सभी निर्धारित आयु वर्ग के लोग फाइलेरिया से बचने के लिए दवा का सेवन करें। उन्होंने बताया कि दवा खाने से शरीर के अंदर मरते हुए कीड़ों की वजह से कभी-कभी किसी व्यक्ति को सिर दर्द, बुखार, उल्टी, बदन पर चकते एवं खुजली हो सकती है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। यह स्वत: दो-एक घंटे में ठीक हो जाता है।

– बिहार से नसीम रब्बानी

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