फरीदपुर, बरेली। जनपद के थाना फरीदपुर क्षेत्र के गांव रुरिया में पार्क में बिना अनुमति के डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर दी गई। इसकी शिकायत पर सोमवार देर रात पुलिस ने मौके पर पहुंचकर प्रतिमा हटवाकर ग्रामीणों के सुपुर्द कर दी। इस पर मंगलवार को भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं समेत ग्रामीणों के दोबारा प्रतिमा की स्थापना करने की कोशिश की। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझाकर शांत किया। इस दौरान लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। अप्रैल महीने में ग्रामीणों ने गांव रुरिया में पार्क में डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने के लिए शासन स्तर पर अनुमति मांगी थी। अनुमति नहीं मिलने पर भीम आर्मी संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष अजय प्रधान और जिला प्रभारी पवन सागर ने आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों को एकजुट कर सोमवार को बाबा साहब की प्रतिमा पार्क में स्थापित कर दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तो गांव वाले प्रतिमा स्थापित करने की अनुमति नही दिखा पाए। पुलिस ने प्रतिमा को हटवाया और अनुमति न होने की बात कहकर कुछ ग्रामीणों के सुपुर्द कर दी। इसकी जानकारी भीम आर्मी संगठन और आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं को हुई तो उन्होंने एक्स पर प्रशासन पर परमिशन देने मे लापरवाही बरतने की शिकायत की और संगठन से जुड़े लोगों से मौके पर उग्र प्रदर्शन करने को कहा। मंगलवार को कार्यकर्ताओं ने ग्रामीणों को एकत्र कर दोबारा प्रतिमा स्थापित करने का फैसला किया। ग्रामीणों और भीम आर्मी संगठन की तरफ से दोबारा प्रतिमा स्थापित करने की सूचना पर पुलिस-प्रशासन के हाथ पैर फूल गए। तत्काल प्रभारी निरीक्षक राधेश्याम पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे। जहां पर मौजूद भीड़ ने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार राकेश त्रिवेदी और इंस्पेक्टर ने लोगों को समझाया और एक सप्ताह का समय लेकर अनुमति दिलाने और प्रशासनिक निगरानी में प्रतिमा स्थापित कराने का आश्वासन दिया। इसके बाद भीड़ शांत हुई। प्रदर्शन करने वालों में अजय प्रधान, पवन सागर, विकास कुमार, सुमन कांत गौतम, शिवसागर, सुनील कुमार गौतम सहित अन्य लोग मौजूद रहे। एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि प्रतिमा बिना अनुमति के लगाई गई थी। जिस पर पुलिस ने लोगों को समझाया और ग्रामीणों ने वहां से प्रतिमा को हटा लिया। कानून-व्यवस्था पूरी तरह से कायम है।।
बरेली से कपिल यादव