बरेली। कोरोना वायरस की आशंका के चलते मास्क व सेटिनाइजर का कारोबार करने वालों की मौज आ गई है। कहीं दो रुपये वाला मास्क बीस रुपये में बेचा जा रहा है तो कहीं साठ रुपये वाला छह सौ रुपये में बेचा जा रहा है। शासन ने प्रशासन को गाइडलाइन जारी करके एफएसडीए की टीम की छापामारी शुरू करा दी है। ऐसे में छापामारी से बचने को कारोबारियों ने भी डिलीवरी का तरीका बदल दिया है अब मोबाइल पर रेट तय करने के बाद दुकानदार अपने कर्मचारियों से घर-घर डिलीवरी भिजवा रहे हैं। शास्त्री मार्केट, नगर निगम मार्केट, किला, राजेंद्रनगर समेत कई इलाकों में सर्जिकल व मेडिकल दुकानदारों पर प्रशासन की शक्ति बढ़ने लगी है ताकि मास्क की कालाबाजारी न हो सके। बही दूसरी तरफ मास्क की कालाबाजारी के नए नए रास्ते तलाशे जा रहे हैं वहीं मास्क और सैनिटाइजर बेचने वाले कारोबारी मौके का फायदा उठाने को घर-घर डिलीवरी करा रहे हैं। कोरोना से आशंकित लोग वायरस से बचने के लिए मोटी रकम देकर मास्क खरीदने को मजबूर है। कार्यवाही से बचने के लिए यदि कोई व्यक्ति सर्जिकल वाली दुकान पर मास्क या सैनिटाइजर खरीदने के लिए आ रहा है तो उससे उसका मोबाइल नंबर ले लिया जाता है और कह दिया जाता है कि जब मास्क आ जाएंगे तो डिलीवरी भिजवा देंगे। इसके कुछ देर बाद ही उससे ऑनलाइन पेमेंट जमा करवाकर एजेंट के जरिए डिलीवरी भिजवा दी जाती है।।
– बरेली से कपिल यादव