वाराणसी – विश्व हिन्दू परिषद् के कार्यकारी अध्यक्ष रहे तथा वर्तमान में अन्तरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद की नींव डालने वाले डॉ प्रवीण तोगड़िया एक बार फिर काशी पहुंचे हैं। तोगड़िया ने यहां श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर चल रहे पुराने कानूनी विवाद को फिर से हवा देने की कोशिश की है। साथ ही बांग्लादेशियों के मामले पर मोदी सरकार को भी घेरा है।
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन करने के बाद मीडिया से मुखातिब हुए अन्तरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद के अध्यक्ष डॉ तोगड़िया ने कहा कि ”काशी खंड में वर्णित एक भी मंदिर वे टूटने नही देंगे। श्रृंगार गौरी का दर्शन सभी के लिए शुरू कराएंगे और काशी विश्वनाथ परिसर परिवार को ज्ञानवापी (ज्ञानवापी मस्जिद) से मुक्त कराएंगे।” तोगड़िया के अनुसार इसके लिए सरकार से कानून बनवाने के लिए उन्होंने अभियान शुरू किया है।
वाराणसी में मीडिया से बात करते हुए प्रवीण तोगड़िया ने मोदी सरकार पर जुबानी हमला किया। उन्होंने कहा कि 40 लाख बांग्लादेशियों को बांग्लादेश भेजकर दिखाओ तो हम आपको वीर समझें, नही तो आप सिर्फ बाते ही करते हो।
”पूरे भारत से 3 करोड़ लोगों को बांग्लादेश भेज कर दिखाओ। भारत में तीन करोड़ बांग्लादेशी हैं, जो लखनऊ, काशी और कोलकाता में हैं। हम पूछना चाहते हैं कि इतने वर्षों में उन्हें बांग्लादेश क्यों नहीं भेजा गया? लिस्ट बनाने से परिणाम नहीं निकलता है। उन्हें वापस बांग्लादेश भेजने से निकलता है। 40 लाख में से एक हजार को भी बांग्लादेश नहीं भेजा है। यह सिर्फ एक दिखावा है। 40 लाख को बांग्लादेश भेजेंगे तब हम कहेंगे कि आप वीर हैं। बाकी कहेंगे कि आप केवल बातें करते हैं।”
मुजफ्फरपुर और देवरिया में महिला सुरक्षा के सवाल पर तोगड़िया ने कहा कि पूरे देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता है।
रिपोर्टर-:महेश पाण्डेय मण्डल कॉर्डिनेटर वाराणसी