बरेली। शिक्षामित्र अब अपने वेतन के लिए एक बार फिर संघर्ष का रास्ता चुनने जा रहे है। पूरे प्रदेश के शिक्षामित्र पांच सितंबर को लखनऊ मे अनिश्चितकालीन डेरा डालेंगे। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ की आवश्यक बैठक जिलाध्यक्ष कपिल यादव की अध्यक्षता तथा महामंत्री कुमुद केशव पांडे के संचालन मे आयोजित की गई। गुरुवार को सेठ दामोदर स्वरूप पार्क मे बैठक को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष ने कहा कि पूर्व मे शिक्षामित्र के समस्याओं के निस्तारण के लिए कमेटी बनी थी लेकिन अभी तक कुछ नही हुआ। सदन में बार-बार एक ही बयान देना कि मानदेय 3,500 से 10 हजार रुपये कर दिया है। यह भी तो बताएं कि हमने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अनुपालन नही किया है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा सरकार के ऊपर निर्णय छोड़ दिया गया था। सरकार चाहती तो संवैधानिक रूप से शासनादेश में संशोधन करके पुनः शिक्षक बनाए रखती। पर ऐसा नही किया गया। प्रदेश सरकार शिक्षामित्रों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। महामंत्री कुमुद केशव पांडे कहा कि उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ 5 सितंबर को जनपद के सभी शिक्षामित्र लखनऊ पहुंचकर आन्दोलन सफल बनाये। अनिल यादव ने कहा कि सरकार शिक्षामित्रों के साथ विश्वासघात कर रही है। अनिल गंगवार ने कहा कि नियमावली में संशोधन कर शिक्षामित्रों को फिर से समायोजित किया जाए। महामंत्री प्रेमपाल गंगवार, सतीश गंगवार, रामनिवास ने कहा कि मजबूर होकर अब आर-पार के संघर्ष का निर्णय लिया है। आगामी 5 सितंबर 2024 को शिक्षक दिवस के अवसर पर पूरे प्रदेश के शिक्षामित्र लखनऊ मे एकत्र होकर सरकार की तानाशाही का विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस मौके पर अनिल गंगवार, अरविंद गंगवार, भगवान सिंह यादव, सर्वेश पटेल, संतोष कुमार, रामनिवास, हरीश कुमार, अनिल कुमार यादव, फरजंद अली, आसिम हुसैन, जसवीर यादव, सुरेंद्रपाल वर्मा, नरेश चंद्र गंगवार, प्रेमपाल गंगवार, जयवीर गंगवार, प्रदीप कुमार यदुवंशी, श्यामा चरन, नरेशपाल सिंह यादव, राजेश कुमार गंगवार, मुंशीलाल, नारायन दास सहित आदि शिक्षामित्र उपस्थित रहे।।
बरेली से कपिल यादव