राजस्थान/बाड़मेर- पुलिस का नाम सुनकर ही अपराध करने वाले अपराधी पहले कांपते थे और दूर से ही पुलिस जाब्ते की गाड़ीयां की लाल पीली बत्तियां देखकर आसपड़ोस की पतली गलियों से नो दो ग्यारह हो जाते थे लेकिन आजकल अपराध करने वाले अपराधियों कि अपने अपने क्षेत्र में बीट कास्टेबल से लेकर बडे़ बडे़ पुलिसकर्मीयों के साथ रात दिन उठना बैठना चलता रहता है और ज्यादातर तो शाम को महफ़िल में जमकर लुफ्त उठाया करते हैं और साधारण व्यक्ति को भी उनके चेहरे की रगत देखकर ऐसा लगता है की भाई साहब आजकल कोई न कोई नशा जरूर करते हैं। चाहे मेणकी में अगुली डुबोकर चाहे या फिर कोई ओर नशे की आगोश में दिनभर डूबा हुआ देखिए। जैसे हाथों की पाचों अगुलिया एक समान नहीं होती है वैसे ही पुलिस बेडे़ में सैकड़ों अच्छे जवान भी होते है और वो अपने क्षेत्र में बहुत कुछ अच्छा करने की चाहत रखते हैं लेकिन उनके अरमान भी जेहन में दबकर रह जाते हैं और एक टीस बनकर कभी कभार अपनों से साझा जरूर करते हैं लेकिन दिल का दर्द जब झलकता है तो फिर समुद्र भी हिलोरें मारकर उन्हें सलाम करने लगता है।
कल राजधानी में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पुलिस अधिकारियों को कहा है कि आप सभी ने पिछले छ: महिने में राज्य सरकार की मंशा देख ली है। मेरा कोई भी पूर्वाग्रह नहीं है, अब पुराना ढर्रा नहीं चलेगा। सीधा जनता को न्याय मिलना चाहिए। अपराधी अपराध करें और बच जाए, ऐसा किसी भी स्थिति में अब चलने वाला नहीं है।
पेपर लीक वाली घटनाओं को रोकने के लिए जो करना है करें, लेकिन बेरोजगार युवाओं का भरोसा हरगिज नहीं टूटना चाहिए। पुलिस जयपुर की छवि स्वच्छ और इकबाल बुलन्द रहना चाहिए। किसी ने अपराध किया है, फिर वो कितना ही बड़ा हो छूटना नहीं चाहिए। एंटी नारकोटिक्स सेल बनाएं और ड्रग्स अपराधियों की पहचान करें। होमवर्क पूरा नहीं करने पर कई रेंज आईजी को जमकर फटकार भी लगाई। मुख्यमंत्री शासन सचिवालय में गृह विभाग की कानून व्यवस्था और अपराध नियंत्रण को लेकर पुलिस अधिकारियों की बैठक ले रहे थे।
इसी दौरान बीकानेर रेंज आईजी ओमप्रकाश के द्वारा जिले के थानों का दौरा नहीं करने पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि- बैठकें करो, रिपोर्ट जल्दी भेजो। जब आप फील्ड में नहीं जाएंगे, और अपने क्षेत्र की जानकारी ही नहीं रखेंगे तो अपराध कैसे कम होंगे।
अजमेर रेंज आईजी लता मनोज से माइनिंग क्षेत्रों को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा- स्थिति सुधारें। जो थानेदार कई सालों से माइनिंग क्षेत्रों में लगे हैं, उन्हें तुरंत वहाँ से हटाएं। आपके जाने से पहले तो उनको सूचना मिल जाती है तो फिर कार्रवाई कैसे प्रभावी होगी।
कोटा रेंज आईजी रविदत्त गौड़ होम वर्क पूरा नहीं होने पर सीएम शर्मा ने कहा- यह चलने वाला नहीं। किसी भी तरह का अपराध नहीं होना चाहिए।
सीएम ने कहा कि बेरोजगार स्टुडेंट्स के साथ खिलवाड़ कर रहे नकल गिरोह माफियाओं और पेपरलीक जांच किसी कीमत पर न रुके पुलिस को जो करना है करे, लेकिन बेरोजगार युवाओं का भरोसा नहीं टूटना चाहिए पेपरलीक जांच किसी भी कीमत पर नहीं रूके। अपराधी कितना भी बड़ा हो छूटना नहीं चाहिए।
मुख्यमंत्री ने बैठक में पुलिस महकमे को साफ संदेश दिया कि अपराध के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस नीति होनी चाहिए। बैठक में महिला अपराध, साइबर अपराध, अवैध हथियार और मादक पदार्थों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुलिस थाने क्षेत्रों में गस्त के साथ ही थानों में सीएलजी, सुरक्षा सखी, ग्राम रक्षा और जन प्रतिनिधियों की नियमित बैठकें होनी चाहिए।
सीएम ने कहा कि शहरों में अपराधियों को पकड़ने में लगे हुए हमारी तीसरी आँख कैमरे बंद नहीं होने चाहिए, बजट की जरूरत है तो बताएं। किसी भी सूरत में वारदात कर अपराधी शहर से बाहर नहीं जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि जनता की फरियाद तसल्ली से सुने। लोग दूरस्थ जिलों से पुलिस मुख्यालय और सचिवालय, मुख्यमंत्री जनसुनवाई में भी जयपुर आ रहे हैं तो इसका मतलब है उनकी सुनवाई पुलिस अधिकारियों द्वारा थाना स्तर, उपखंड स्तर और जिला पुलिस अधीक्षक स्तर पर नहीं की जा रही व जागरूकता लाने का काम भी करें। सोशल मीडिया पर भ्रामक प्रचार करने वालों की सूची बनाएं।
सीएम ने कोचिंग सेंटर्स में बढ़ते सुसाइड मामलों को लेकर चिंता जाहिर की। बैठक में गृहराज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म, मुख्य सचिव सुधांश पंत, डीजीपी यूआर साहू के अलावा गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे, वहीं सभी रेंज आईजी और पुलिस अधीक्षक वीसी के माध्यम से जुड़े।
– राजस्थान से राजूचारण