बरेली। महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखंड विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षा को यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मजाक बनाकर रख दिया है। शुक्रवार से यूनिवर्सिटी की सेमेस्टर परीक्षाएं भी शुरू हो गई है। यूनिवर्सिटी ने शुक्रवार को फिर से सेमेस्टर परीक्षा में पुराने प्रश्न पत्रों से ही करा दी। जिसको लेकर कई परीक्षा केंद्रों पर छात्र छात्राओं ने जमकर हंगामा किया। यूनिवर्सिटी का कहना था कि यूजीसी के निर्देश के अनुसार परीक्षा का समय घटा दिया गया है जो परीक्षा 3 घंटे की होती थी अब परीक्षा 2 घंटे की हो रही है लेकिन छात्र छात्राओं को जो प्रश्न पत्र दिया गया है उसमें 3 घंटे छपा था। जिस बात पर छात्र छात्राओं ने जमकर हंगामा किया। जैसे तैसे शिक्षकों के समझाने के बाद छात्र शांत हुए। परीक्षा की तैयारियों को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन बीते 3 महीने से तैयारी कर रहा है लेकिन इतनी तैयारियों के बाद भी यूनिवर्सिटी को पुराने प्रश्न पत्रों से परीक्षा करानी पड़ रही है जबकि शासन ने निर्देश दिए थे कि दूसरे प्रश्न पत्रों से परीक्षा होगी। यूनिवर्सिटी ने दूसरे प्रश्न पत्र छपवाऐ ही नहीं है। इससे साफ है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने परीक्षा की तैयारियों को लेकर लाखों रुपए ठिकाने लगा दिए। आज सवाल उठना लाजमी है कि जब परीक्षा की तैयारियों को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन कई दावे कर रहा है लेकिन परीक्षा शुरू होते ही यूनिवर्सिटी प्रशासन के दावों की पोल खुल गई है। पहले ही दिन से पुराने प्रश्न पत्रों के सहारे ही परीक्षा हो रही है। ऐसे में यूनिवर्सिटी प्रशासन पर कई सवाल उठ खड़े हो रहे है। सूत्रों की मानें तो यूनिवर्सिटी प्रशासन ने तैयारियों के नाम पर लाखों रुपए यूनिवर्सिटी के खाते से निकाले गए हैं।।
बरेली से कपिल यादव