पीड़िता सें मिलने पहुंचे सपा महिला प्रतिनिधिमंडल को जेल गेट पर रोका:दिया धरना

शाहजहांपुर- पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री व भाजपा नेता स्वामी चिन्मयानंद प्रकरण में पीड़ित युवती को जेल भेजे जाने के बाद यहां सियासत का माहौल भी गर्माने लगा है। सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर शुक्रवार को पीड़ित युवती से मिलने जेल पहुंचे सपा महिला प्रतिनिधि मंडल को जेल गेट पर यह कह कर रोक दिया गया की ऊपर से आदेश नहीं है कि आप लोगों को मिलवाया जाए । जिसके बाद प्रतिनिधि मंडल का नेतृव कर रही ऋचा सिंह ने प्रतिनिधि मंडल स्थानीय सपा नेताओ के साथ जेल गेट पर ही सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गया।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर शुक्रवार को इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष व सपा नेत्री ऋचा सिंह के नेतृत्व में पांच सदस्यीय महिला नेत्रियों का एक प्रतिनिधि मंडल जेल में बंद दुष्कर्म पीड़िता सें मिलने शाहजहांपुर पहुंचा था। लेकिन जेल प्रसाशन ने मुलाकात कराने से मना करते हुए प्रतिनिधि मंडल को जेल गेट पर ही रोक दिया। जिसके बाद प्रतिनिधि मंडल को नेतृव कर रही ऋचा सिंह स्थानीय सपा नेताओ के साथ जेल गेट पर ही सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गई। इसके बाद सपा महिला प्रतिनिधिमंडल ने पीड़िता के घर जाकर उसके परिजनों से मुलाकात की ।

सपा नेत्री ऋचा सिंह ने प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार बनने के बाद चाहे कुलदीप सेंगर प्रकरण हो या चिन्मयानंद प्रकरण दोनों मामले में सरकार आरोपियों को बचने में लगी हुई है। उन्नाव मामले में गठित एसआईटी भी आरोपी कुलदीप सेंगर को बचाने में लगी हुई थी और यहां भी वहीं हो रहा है।

उन्होंने कहा कि सरकार जिस तरह से भाजपा नेताओं के बचाव में है उससे साफ है कि अगर कोई लड़की भाजपा नेताओं के खिलाफ आवाज उठती है तो वो अस्पताल पहुंचा दी जाती है या फिर जेल में । उन्होंने कहा कि एसआईटी मामले को दूसरी दिशा में मोड़ने के लिए पीड़ित युवती व उसके परिजनों पर दबाब बना रही है। उन्होंने कहा कि पीड़ित युवती की हर सम्भव मदद की जाएगी, ताकि उसको न्याय मिल सके।

समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता नाहिद लारी खान ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृव में आज पांच सदस्यीय महिला प्रतिनिधि मंडल पीड़ित युवती से मिलने जेल गया थे। लेकिन लाख कोशिशों के बाद भी प्रतिनिमण्डल को पीड़िता से मिलने नही दिया गया। उन्होंने ने कहा कि उनका भी परिवार है और वो महिलाओं के दुख दर्द को समझती है लेकिन योगी और मोदी का परिवार है नही इस लिए वो महिलाओं के दुख दर्द को क्या समझेंगे।

सपा प्रवक्ता ने कहा कि चिन्मयानंद मोहन भागवत, नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ के साथ फोटो खिंचवाते हैं और अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में गृह राज्य मंत्री रह चुके हैं इसलिए इस ताकतवर आदमी का भाजपा की सरकार पूरा बचाव कर रही है। एक तरफ भाजपा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दे रही है तो वहीं दूसरी तरफ महिलाओं और बच्चियों का जमकर उत्पीड़न हो रहा है। उन्होंने कहा कि इन ढाई सालों में महिलाओं की जो दयनीय स्थिति हुई है वो पिछले 70 सालों में कभी देखने को नही मिली। यहां महिलाएं और बच्चियां अपने आप को असुरक्षित महसूस करने लगी है जबकी कई महिलाओं ने सुनवाई न होने पर आत्महत्या तक कर ली ।

नाहिद ने कहा कि सपा पार्टी इस प्रकरण को लेकर शुरू से गंभीर है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके चिन्मयानंद का वायरल वीडियो जब पत्रकारों को एलईडी पर दिखाया तो दूसरे दिन ही चिन्मयानंद को एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया ।लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके चिन्मयानंद का वायरल वीडियो जब पत्रकारों को एलईडी पर दिखाया तो दूसरे दिन ही चिन्मयानंद को एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया ।

उन्होंने कहा कि एसआईटी प्रमुख प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहती है कि चिन्मयानंद ने सभी आरोप स्वीकार कर लिए हैं । केवल बलात्कार का आरोप स्वीकार नहीं किया है ।तो क्या भाजपा सरकार में अपराधियों से पूछकर ही धाराएं लगाई जाएंगी। चिन्मयानंद के मामले में यही किया गया है ।

उन्होंने कहा कि पार्टी की मांग है की स्वामी चिन्मयानंद पर लगी हल्की धाराओं को हटाकर आजीवन कारावास की धाराएं लगाई जाए, मामले की सुनवाई फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में हो और तीन महीने में इस पर फैसला आ जाए।

सपा महिला प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि वे सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर पीड़िता से मिलने यहां आई थी लेकिन प्रतिनिधि मंडल को उससे मिलने नही दिया गया हैं। प्रतिनिधि मंडल ने पीडिता के परिवार वालों से मिलकर पूरी जानकारी इकट्ठा की है तथा प्रकरण की रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष को सौंपी जाएगी ।

भाजपा नेता चिन्मयानंद से पांच करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले विशेष जांच दल ने बुधवार को पीड़ित युवती को जेल भेज दिया था। जिसके बाद कई राजनीतिक दल ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। इस क्रम में राज्यसभा सांसद बृंदा करात और लोकतांत्रिक महिला संघ की अध्यक्ष सुभाषिनी अली ने गुरुवार को जेल में पीड़ित युवती से मिलने के बाद एसआईटी पर सवालिया निशान खड़े करते हुए प्रदेश सरकार पर दुष्कर्म के आरोप चिन्मयानंद को बचाने का आरोप लगाया था।

अंकित कुमार शर्मा

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