बरेली। वक्फ संशोधन कानून के विरोध के नाम पर पश्चिम बंगाल में हिंदुओं पर किए जा रहे हमलों के विरोध में नाथ नगरी सुरक्षा समूह के बैनर तले आज हिन्दू संगठनों का गुस्सा सड़कों पर आ गया है।
सेठ दामोदर स्वरूप पार्क पर इकट्ठे होकर पहले बैठक की गई फिर पैदल मार्च कर नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट जा कर ऐसडीएम को ज्ञापन दिया।
नेतृत्व कर रहे नाथ नगरी सुरक्षा समूह के महानगर संयोजक दुर्गेश कुमार गुप्ता ने बताया कि पश्चिम बंगाल की राज्य सरकार हिंदुओं को सुरक्षा देने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई है। वहां से कानून का शासन पूरी तरह समाप्त हो गया है इसलिए पश्चिम बंगाल में धारा 356 का प्रयोग करते हुए तत्काल राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए।
विहिप के महानगर अध्यक्ष आशु अग्रवाल कहा कि पश्चिम बंगाल मुस्लिम कट्टरपंथियों की एक प्रयोगशाला बन गया है। वहां की राज्य सरकार अराजक तत्वों पर नकेल कसने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई है। हिंदुओं के धार्मिक जुलूसों और दूसरे आयोजनों पर जिस प्रकार हमले किए जा रहे हैं उससे साफ हो गया है कि इन अराजक तत्वों को ममता सरकार का समर्थन प्राप्त है। उन्होंने कहा कि पहले चुनाव के बाद हिंदुओं को हिंसा का शिकार बनाया गया और अब वक्फ संशोधन कानून के विरोध के नाम पर सुनियोजित तरीके से हिंदुओं पर हमले किए जा रहे हैं। उत्तर 24 परगना, बशीर हाट, मालदा, मुर्शिदाबाद और दूसरे मुस्लिम बहुल जिलों में हिंदुओं के घर जलाए जा रहे हैं उनकी संपत्ति को लूट और नष्ट किया जा रहा है माता और बहनों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। बीती 12 अप्रैल को कट्टरपंथी मुसलमान की अराजक भीड़ में दो निर्दोष हिंदुओं की घर में घुसकर निर्मम हत्या कर दी। लेकिन राज्य सरकार हाथ पैर हाथ धरे बैठी है।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार की नाकामी को देखते हुए सरकार को तुरंत वहां राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए और जिम्मेदार पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
राष्ट्र जागरण युवा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित भारद्वाज ने कहा कि इस विरोध प्रदर्शन के लिए 30 से अधिक व्यापारिक और सामाजिक संगठनों ने अपना समर्थन दिया है। विरोध प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति महोदया को एक ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से भेजा जा रहा है।
हिन्दू जागरण मंच के गुलशन आनंद ने अल्लामा इकबाल का शेर पढ़ते हुए कहा कि ना संभलोगे तो मिट जाओगे ए हिन्दोस्तां वालों, तुम्हारी दास्ताँ तक ना होगी दास्तानों में, हमारी ज़मीन कितनी बड़ी थी कभी अखंड भारत था हम घटते घटते कितने छोटे क्षेत्र पर आ गये हैं वो चाहते हैं कि हिन्दुस्तान के और टुकड़े हो मगर ऐसा हम होने नहीं देंगे।
डॉ विनोद पागरानी ने कहा कि वक्फ बोर्ड तो एक बहाना है असली प्लान इनका तो उस स्थान की डेमोग्राफी बदलना है जैसी इन्होंने कश्मीर में बदली, इनका विरोध आवश्यक है।
जिला पंचायत प्रतिनिधि प्रशांत पटेल ने कहा कि मैं ममता जी से कहना चाहूँगा कि उत्तर प्रदेश के किसी हिन्दू पर उंगली उठा कर दिखाएं, यहां बाबा जी की सरकार है जो जिस भाषा में समझता है उसको वैसे ही समझाया जाता है यहां अल्पसंख्यको पर कोई अत्याचार नहीं होते हम सबका विकास चाहते हैं।
पंडित सुशील पाठक ने कहा कि वक्फ बोर्ड पर मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है उसका इंतजार करने की बजाय निर्दोष हिन्दुओं को निशाना बनाया जा रहा है हम उसकी निंदा करते हैं इसलिए य़ह काली पट्टी बांध कर विरोध कर रहे हैं।
प्रदर्शन में हिन्दू जागरण मंच से नितेश कपूर, नाथ नगरी के राजा समिति के विकास मेहरोत्रा, संजय शर्मा, नितेश रस्तोगी अखंड भारत गौरव ट्रस्ट के अनिल मुनि, लवलीन कपूर, पंडित हरि ओम गौतम, सुरेन्द्र लाला अग्रवाल, संजू भईया, पूनम भल्ला, शशि पूनम गौतम, बंटी रस्तोगी, नीरज बैजल, धर्म प्रकाश रस्तोगी, गजेंद्र पांडेय, कौशल सारस्वत, शैलेन्द्र विक्रम, निखिल शर्मा, नरोत्तम दास, परविंदर मौर्य, रजत अग्रवाल, नितेश रस्तोगी, गोपाल रस्तोगी, गोपाल शर्मा, अजय यादव, लाजपत राय, लोकेंद्र सिंह तोमर, नीतीश वर्मा, राहुल गंगवार, धर्मेंद्र मौर्य, पार्वती प्रजापति, राज कुमार गुप्ता आदि सैकड़ों सनातनी शामिल रहे।