*रजिस्टर्ड ट्रांसपोर्टरों के विरुद्ध अविलंब एफ आई आर दर्ज कर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए
सीतापुर- समूचे उत्तर प्रदेश सहित जनपद सीतापुर में विगत एक अक्टूबर से शुरू धान क्रय केंद्र सिर्फ दिखावा बन कर रह गए हैं!कारण अलग अलग क्रय केन्द्रों पर परिवहन ठेकेदारों द्वारा क्रय किए गए धान को क्रय केंद्र हेतु सुनिश्चित मिल तक पहुंचाने का काम किया जाता था!उ०प्र सरकार द्वारा समूचे उ०प्र में विगत में हुई फर्जी खरीद से हुए घोटालों पर अंकुश लगाने के लिए ग्लोबल पोजीशन सिस्टम (जी पी एस) लागू किया गया है!और इस प्रक्रिया में हो रही वीडियो ग्राफी के चलते प्रदेश में अब तक फर्जी धान खरीद के माध्यम से अपने स्वार्थ में लिप्त ट्रांसपोर्टर धान क्रय केंद्रों से धान उठाने के लिए मना कर रहे हैं!आज एक माह आठ दिन बीत जाने पर भी क्रय केंद्रों पर छाए सन्नाटे के कारण किसान बेचारा बनकर अपना धान मंडी में बेचने पर मजबूर हैं!किसान मंच राष्ट्रीय सचिव/प्रदेश प्रभारी शिव प्रकाश सिंह ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि भ्रष्टाचार से निजात हेतु पारदर्शिता एक अच्छी पहल है परंतु किसानों की धान खरीद में समस्या निराकरण हेतु प्रदेश सरकार को अबतक रजिस्ट्रेशन के बाद रोड़ा बने इन ट्रांसपोर्टरों के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज कर कार्रवाई सुनिश्चित कर देनी चाहिए थी!परंतु धान खरीद का लगभग आधा समय होने के बाद भी निराकरण न होना इस बात का प्रमाण है कि प्रदेश सरकार किसानों के प्रति दोहरा मापदंड अपना रही है और सिर्फ कागजी खानापूर्ति कर अपना उल्लू सीधा करना चाहती है!किसान हित में अविलंब इस समस्या का निराकरण समय की सबसे बड़ी जरूरत है।
– सीतापुर से रामकिशोर अवस्थी