बड़ागाँव/वाराणसी -भूमण्डलीकरण के दौर मे भी समय के साथ ग्रामीण पत्रकारिता का महत्व दिन प्रति दिन बढ़ता जा रहा है,साथ ही बढ रहा है ग्रामीणों पत्रकारों का महत्व।आज के बदलते परिवेश मे पत्रकारों को एक बार फिर सामाजिक क्रांति लाने की आवश्यकता है और यह क्रांति पत्रकारों की कलम के वगैर सम्भव नही।
उक्त विचार राज्य सभा सांसद पी.एल.पुनिया ने रविवार को राज इंस्ट्यूट, बाबतपुर परिसर मे ग्रापए के संस्थापक स्व.वालेश्वर लाल की 31वीं पुण्यतिथि के अवसर पर ब्यक्त किये।
वतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होने ग्रापए के संस्थापक स्व. वालेश्वर लाल को पत्रकारिता का स्तम्भ बताते हुए उनके बताए हुए मार्ग पर चलने का आह्वान किया।
विशिष्ट अतिथि काशी पत्रकार संघ के महामंत्री डा.अत्रि भारद्वाज ने कहा कि आज की पत्रकारिता ग्रामीण पत्रकारिता के वगैर अधूरी है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्रापए के प्रदेश महासचिव नागेश्वर सिंह ने ग्रामीण पत्रकारों से ईमानदारी से अपने कर्तब्यो का निर्वहन करने की अपील की।
इस अवसर पर रामनगर पालिका की अध्यक्षा रेखा शर्मा, प्रमोद पाण्डेय,डा.परमेन्द्र सिंह,ग्रापए के पूर्व जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह पिंटू,गजेन्द्र सिंह, संस्था के उपनिदेशक राहुल मिश्र, देवमणि त्रिपाठी, संजय गुप्ता,प्रशांत त्रिपाठी,सुधीर मिश्रा,मनीष मिश्रा,नौशाद खां,रिंकू पाठक,मो. गुलाम,सी.पी.सिंह,जितेन्द्र,अमित, शिवम,आशीर्वाद, धनंजय सहित दर्जनो पत्रकार उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन ग्रापए के जिलाध्यक्ष सी.बी. तिवारी (राजकुमार) व धन्यवाद ज्ञापन राजदेव सिंह ने किया।
रिपोर्ट-:मनीष मिश्रा बड़ागाँव