बरेली। पंचायत चुनाव का बिगुल बजने के बाद गांव में दावतों और दारू पार्टी शुरू हो गई है। बैठकों के पश्चात हर शाम छलकते जाम के चलते के बाद वोटरों को अपने पक्ष में वोट देने का दवाब बनाने के साथ ही वोटरों को जागरूक किया जा रहा है। खेत की मेढ़ हो या गांव की चौपाल। वोटरों का मान मनोबल बढ़ाने और उनको रिझाने की कोशिशें तेज होती जा रही है। गांवों में देशी दारू के जाम खूब छलकते देखे जा रहे हैं। वहीं कई गांवों में कच्ची दारू की भट्टियां भी चढ़ गई हैं। चुनावी रण में कूदने वाले प्रत्याशी दारू पार्टी और दावतों में खूब रकम उड़ा रहे है। चुनावी रण में लडने को तैयार प्रत्याशी अप्रैल में चुनाव की तारीख फाइनल होने के बाद प्रधानी, जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य चुनने के लिए प्रत्याशियों ने चुनाव जीतने के लिए ताकत झोंकनी शुरू कर दी है। पिछली वार चुनाव में जीतने वाले प्रत्याशी इस बार भी वोटरों को रिझाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। प्रत्याशियों ने वोटरों के लिए अपने घर में ड्राइंगरूम खोल दिए हैं। जिस वजह से सुबह से देर शाम तक ग्रामीणों का आना जाना रहता है। शाम होते ही दारू पार्टियां शुरू हो जाती हैं। वहीं भोजीपुरा के कंचनपुर सहित कई गांव में कच्ची दारू की भट्टियां भी खोली जा चुकी हैं। अलग अलग ब्रांड की अंग्रेजी और देशी शराब की बोतलें खोली जा रही हैं। वोटरों को रिझाने के लिए चिकन और मटन से दावत का स्वाद चखवाया जा रहा है। गांवों में दावतों का दौर शुरू होने पर वोटरों की बल्ले बल्ले हो गई है।।
बरेली से कपिल यादव