बिहार/समस्तीपुर (विद्यापति धाम)- जिला प्रशासन द्वारा आयोजित विद्यापति राजकीय महोत्सव के उद्घाटन सत्र में महाकवि विद्यापति के तैल चित्र पर सभी अतिथियों द्वारा माल्यार्पण किया गया और उन्हें पुष्पांजलि दी गई । फिर मंगलाचरण का कार्यक्रम हुआ । उसके बाद प्रसिद्ध लोक गायिका डॉ नीतू कुमारी नवगीत और सुप्रसिद्ध गायिका तृप्ति शाक्या द्वारा गाए गए मैथिली और भोजपुरी गीतों पर श्रोताओं ने खूब आनंद लिया । लोक गायिका नीतू कुमारी नवगीत ने गंगा जी की महिमा का बखान करते हुए गंगा जी के पनिया मंगाईब हो, मैया तोहके चढ़ाईव हो गीत गाया । उन्होंने महाकवि विद्यापति रचित भजन जय-जय भैरवी और बड़ सुख सार पाओल तू तीरे, छोड़ित निकट नयन बह नीरे गाकर श्रोताओं को भाव विभोर किया । गायिका नीतू नवगीत ने पिया मोरे बालक हम जननी, कौने देश गइले बलमुआ कथिया लईहै ना, कौने नगरिया के जादूगरनी मतिया मारले ना, भक्ति जगा के मन में ओढ़ ली चुनरिया चला हो सखिया, बाबा के नगरिया चला हो सखिया जैसे गीतों के माध्यम से हजारों की तादाद में उपस्थित श्रोताओं को झुमाया । नीतू कुमारी नवगीत के साथ हारमोनियम पर कमलेश कुमार, बैंजो पर मदन अलबेला, तबला पर राजन कुमार, प्रकशन पर अमर नाथ जायसवाल, नाल पर हरेंद्र कुमार और कैसियो पर सुजीत कुमार ने संगत किया । इस अवसर पर समस्तीपुर के जिलाधिकारी चंद्रशेखर प्रसाद सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक हरप्रीत कौर, डीडीसी वरुण कुमार मिश्रा, दलसिंहसराय के अनुमंडल अधिकारी विष्णु देव मंडल, डीसीएलआर ज्ञानेंद्र कुमार, बी डी ओ सुनील कुमार, सीओ अमरनाथ चौधरी , प्रमोद कुमार शर्मा आदि मौजूद रहे । विद्यापति महोत्सव के दूसरे दिन स्थानीय कलाकारों द्वारा मनभावन प्रस्तुतियां दी जाएंगी जबकि तीसरे दिन विभिन्न प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने वाले लोगों को पुरस्कृत करने के साथ महोत्सव का समापन होगा ।
-नसीम रब्बानी, पटना- बिहार