आजमगढ़- नारी शक्ति संस्थान द्वारा रविवार को रोडवेज स्थित हल्दीराम बंकेट हाल में नारी शक्ति सम्मान समारोह-2019 का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम चेयरमैन शीला श्रीवास्तव, संरक्षक मंडल और पदाधिकारियों ने मां दुर्गा के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर राष्ट्रगान के साथ समारोह का विधिवत शुभारंभ किया। सम्मान समारोह की अध्यक्षता श्रीमती नीलिमा श्रीवास्तव व संचालन अंशू अस्थाना ने किया। विश्व महिला दिवस के उपलक्ष्य पर विशिष्ट कार्य करने वाली 12 नारी शक्तियों को नारी शक्ति सम्मान समारोह-2019 से नवाजा गया। इस दौरान महिला स्वावलंबन के लिए सिलाई मशीन का वितरण किया गया। स्वागत भाषण को संबोधित करते हुए संस्थान की अध्यक्ष डा वन्दना द्विवेदी ने कहा कि नारी शक्ति सम्मान समारोह का आयोजन समाज की उपेक्षित महिलाओं को नारी शक्ति के रूप में पहचान दिलाने के लिये किया जाता है। ये सम्मान प्रेरित करता है कि कंधा से कंधा मिलाकर सभी महिलाएं समाज का प्रतिनिधित्व करें। सचिव डा पूनम तिवारी ने कहा कि संस्थान विश्व महिला दिवस पर नारी शक्तियों का विगत कई वर्षों से सम्मान करती चली आ रही है इसके पीछे का उद्देश्य यह है कि इन सम्मानित होने वाली नारी शक्तियों से दूसरी महिलाएं प्रेरित हो और समाज में बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें, ताकि नारी शक्ति ही नारी की प्रेरणा का सबब बनें। आज समाजसेवा, शिक्षा, खेल, हर क्षेत्र में नारी अपनी शक्ति का परचम लहरा रही है और आधी आबादी को उत्प्रेरित कर रही है वे अबला नहीं नारी शक्ति के रूप में स्थापित हों। संकल्प दिलाया कि किसी भी शोषण पर महिलाएं एकजुट होकर मुखर आवाज उठाये और कदम से कदम मिलाकर समाज मे ंसशक्त दावेदारी करें।
संरक्षक डा. अर्चना मैसी ने कहा कि हर दिन को महिला दिवस के रूप में मनाना है, तभी महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पर रोक लगाया जा सकता है। इसके लिए नारी शक्ति हर स्तर पर महिलाओं को दुर्गा शक्ति बनाने के लिए तैयार है। अंत में रानी अनामिका सिंह ने आयी हुई सभी नारी शक्तियों के प्रति आभार प्रकट किया। सम्मान समारोह में संरक्षक, पदाधिकारी व सदस्यों सहित सम्भ्रांत नारी शक्तियां मौजूद रहीं।
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ये नारी षक्तियां हुई सम्मानित-
नारी शक्ति सम्मान समारोह 2019 में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली नारी शक्तियों को सम्मानित किया गया। जिसमे वाराणसी के राष्ट्रीय खिलाड़ी कराटे कोच अनीता सिंह, असहायों को स्वावलम्बी बनाने वाली जौनपुर की कुँवर डॉ रानी अंजू सिंह, सामाजिक क्षेत्र हेतु बलिया की नंदिनी तिवारी, असहाय महिलाओं एवं बच्चों के उत्थान हेतु गाजीपुर की अंजू चतुर्वेदी, महिला उत्थान हेतु आजमगढ़ की संगीता तिवारी, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के लिए मऊ की डॉ अल्का राय, महिलाओं को स्वावलम्बी बनाने के लिए आजमगढ़ की श्रीमती संतोष सिंह, आर्ट एवं क्रोफ्ट एवं निज़ामाबाद ब्लैक पोटरी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली आजमगढ़ की पारुल अग्रवाल, सामाजिक एवं रंगमंच के क्षेत्र मे आजमगढ़ से डॉ अल्का सिंह, प्रशासनिक क्षेत्र में महिला थाना प्रभारी ज्ञानू प्रिया संगीत एवं कला के क्षेत्र में मीरा श्रीवास्तव व रंगमंच में अपनी सशक्त उपस्थित दर्ज कराने वाली आजमगढ़ की ममता पंडित शामिल रही। जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र के अनुभवों को साझा कर नारी शक्तियों को जागरूक करने काम किया है।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़