बरेली- नसबंदी कराने के पांचवें दिन महिला की मौत हो गई। ससुर ने ऑपरेशन में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए थाना कोतवाली में तहरीर दी है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। परिजनों ने आशा पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला ऑपरेशन आशा के कहने पर ही निजी अस्पताल में कराया था।विशारतगंज क्षेत्र के गांव खजुआई निवासी रामदास ने बताया कि 16 नवंबर को उनकी पुत्रवधू मानवती पत्नी नन्हे लाल गांव की आशा नसबंदी का ऑपरेशन कराने के लिए जिला अस्पताल लेकर गई, लेकिन बरेली पहुंचने पर चौकी चौराहा के पास एक निजी अस्पताल में दिखाया। आरोप है कि मना करने के बावजूद भी आशा और अस्पताल की डॉक्टर ने जबरदस्ती मानवती का ऑपरेशन कर दिया। रामदास ने बताया कि ऑपरेशन के समय से ही पुत्रवधू की हालत खराब होने लगी। इसके बाद भी अस्पताल की डॉक्टर ने छुट्टी दे दी।घर पहुंचने के बाद मानवती की हालत और बिगड़ गई। आशा खेमलता को जब स्थिति बताते हुए अस्पताल में दिखाने को कहा। इस पर आशा टॉलमटोल करने लगी और अपने पास से ही दवाई लिख दी। 20 नवंबर को मानवती की हालत अधिक बिगड़ गई। तब वे लोग आशा खेमलता को लेकर अस्पताल पहुंचे। वहां डॉक्टरों ने मानवती को मृत घोषित कर दिया। रामदास ने पुत्रवधू के इलाज में लापरवाही और गलत तरीके से ऑपरेशन करने का आरोप लगाते हुए अस्पताल की डॉक्टर और आशा खेमलता के खिलाफ थाना कोतवाली में तहरीर दी है।वहीं इंस्पेक्टर कोतवाली गीतेश कपिल ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलने के बाद मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
– बरेली से सौरभ पाठक की रिपोर्ट