विहार:(सारण)छपरा जिले के स्थानीय थाना क्षेत्र अंतर्गत नयागांव पंचायत निवासी समाजसेवी बबन प्रसाद का निधन सोमवार को लखनऊ में इलाज के दौरान हो गया।उनकी असमायिक मौत की खबर सुनते ही पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई शोकाकुल परिवार को सांत्वना देने के लिए लोगो का तांता लगा रहा।बताते चलें कि श्री प्रसाद कुछ महीनों से बीमार चल रहे थे वो लिवर कैंसर रोग से पीड़ित थे जिनका इलाज दिल्ली में चल रहा था और इलाज करवाकर दिल्ली से ट्रेन से लौटने के दौरान अचानक उनका तबियत बिगड़ने लगा ततपश्चात परिजनों ने लखनऊ ट्रेन से उतारकर एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहाँ इलाज के दौरान उनकी मौत हो गया।श्री प्रसाद कस्टम पुलिस में कार्यरत थे इसके बावजूद भी वो गांव में मिलनसार,समाजसेवी तथा बड़ा दयावान रूपी इंसान थे हर किसी के दुःख सुख में हमेशा साथ निभाते थे कभी कभी तो वो अपने गले की चैन,अंगूठी पत्नी की हाथ की कंगन गिरवी रखकर जरूरतमन्दो की जरूरत पूरी करते थे खेलकूद, पूजापाठ में भी हमेशा बढ़चढ़कर हिस्सा लिया करते थे समाज में उनकी एक अलग पहचान थी वो मधुरभाषी स्वभाव के थे करीब पचपन वर्ष के उम्र में स्वर्ग सिधार गए।उनकी मृत्यु से समाज में अपूर्णीय क्षति हुई है।उनके पार्थिव शरीर को एम्बुलेंस द्वारा लखनऊ से पैतृक निवास नयागांव लाया गया और अंतिम दर्शन के लिए दरवाजे पर रखा गया जहाँ उनकी एक झलक पाने के लिए इष्ट मित्रों,ग्रामीणों, जनप्रतिनिधियों का तांता लगा रहा परिजनों की करून रोधन से सभी लोगों की आंखे नम हो गई।श्री प्रसाद के शव यात्रा घर ने निकलकर मकड़ा गंगा घाट पर अंतिम संस्कार किया गया उनके ज्येष्ठ पुत्र सर्वेंद्र कुमार ने मुखाग्नि दी।उनके अंतिम शव यात्रा में सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण तथा जनप्रतिनिधि शामिल हुये जिसमे मुख्यरूप से कष्टम विभाग के एसपी, इंस्पेक्टर, सिपाही, पूर्व जिला परिषद सदस्य चंदेश्वर प्रसाद यादव, नया गांव पंचायत के मुखिया बैधनाथ राय, अशोक कश्यप सहित अभिन्न मित्र शामिल थे।
– नसीम रब्बानी पटना बिहार
नया गांव निवासी नही रहें समाज सेवी बबन प्रसाद
