बरेली। फोन पे की तरह दिखने वाले फर्जी एप का इस्तेमाल करके दुकानदारों से ठगी करने वाले दो युवकों को थाना फतेहगंज पूर्वी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जबकि उनके साथी की पुलिस तलाश कर रही है। दोनों आरोपी फरीदपुर कस्बा के निवासी हैं। पूछताछ के बाद पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया। फतेहगंज पूर्वी थाना प्रभारी संतोष कुमार ने बताया कि फरीदपुर के मोहल्ला महादेव निवासी समर्थ उर्फ कृष तोमर और चाणक्य नईर उर्फ आदी गुप्ता शुक्रवार को कस्बा स्थित एक मेडिकल स्टोर पर दवा लेने के लिए गए थे। वहां दोनों ने 1160 रुपये की दवा खरीदी थी। दवा खरीदने के बाद समर्थ और चाणक्य ने फोन पे के माध्यम से भुगतान किया। समर्थ के मोबाइल पर भुगतान सफल दिखा रहा था, जबकि मेडिकल संचालक संयम प्रियदर्शी के खाते में रुपये नहीं पहुंचे थे। सवाल पूछने पर दोनों बहानेबाजी करके नेटवर्क समस्या बताने लगे, लेकिन मेडिकल संचालक नहीं माना। विवाद बढ़ने पर मेडिकल संचालक ने फतेहगंज पूर्वी पुलिस को बुला लिया। पुलिस के सामने दोनों ने सच्चाई बता दी। पुलिस उनके साथी युवराज सिंह की पुलिस तलाश कर रही है। पकड़े गए दोनों आरोपियों की उम्र 19 वर्ष है। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वह दोनों और उनका दोस्त युवराज ने फोन पे की तरह हूबहू दिखने वाला एप अपने मोबाइल में डाउनलोड किया है। यदि किसी दुकानदार को रुपये देने होते हैं, तब वह तीनों इसी एप के माध्यम से दुकानदार का क्यूआर कोड स्कैन करके भुगतान करते हैं। एप में भुगतान सफल दिखाता है। जबकि कोई ट्रांजक्शन होता ही नहीं है। दुकानदार या अन्य व्यक्ति को लगता है कि पैसे उनके खाते मे आ गए है। यही काम उन्होंने मेडिकल पर किया लेकिन संयम प्रियदर्शी ने फोन पे के माध्यम से खाता चेक किया तो उसमे भुगतान नही हुआ था। जिससे वह तीनों पकड़े गए। आरोपियों ने बताया कि वह अब तक 30 से 40 दुकानदारों को चूना लगा चुके है।।
बरेली से कपिल यादव