बाड़मेर/राजस्थान- प्रदेश में दो बड़ी परीक्षाएं होने से बेरोजगारों को नए साल में नौकरियों का तोहफा मिलना लगभग तय हो गया है। पिछले लगभग ढाई साल से रीट और पटवारियों की भर्ती परीक्षाएं लगातार टल रही थी। दोनों परीक्षाएं पांच-पांच बार स्थगित हो गई थी, लेकिन अब दोनों परीक्षाएं होने से बेरोजगार युवाओं को तय समय पर परिणाम जारी होने की आस भी मौजूदा सरकार से बंध गई है। रीट परीक्षा के बाद राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने आंसर की जारी कर दिया है। फिलहाल इस पर आपत्तियां मांगी जा रही है। इस महीने के आखिर तक बोर्ड की ओर से फाइनल आंसर की भी जारी होने की संभावनाएं है। वहीं पटवारी भर्ती की भी अगले महीने तक आंसर की जारी होने की संभावनाएं है। इन दोनों परीक्षाओं में 15-15 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए थे लेकिन परिक्षा देने वाले अभ्यर्थियों का आंकड़ा दस बारह लाख में ही सिमट गया।जानकारों का कहना है कि रीट और पटवारियों की भर्ती के जरिए लगभग चालीस हजार बेरोजगार युवाओं को अगले साल में नौकरी मिलना तय है। इससे तीस – पैंतीस हजार तृतीय श्रेणी शिक्षक व लगभग छः हजार पटवारी मिलेंगे।
प्रदेश में रीट व पटवारियों के बाद ग्रामसेवक भर्ती में सबसे ज्यादा अभ्यर्थियों के शामिल होने की संभावनाएं बनती है। ईडब्ल्यूएस आरक्षण व कोरोना भड़भड़ी की वजह से इस भर्ती की विज्ञप्ति भी दो साल तक उलझी रही। इस साल पहले चरण की परीक्षा होने की संभावनाएं है। आठ लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल होंगे।
कल राज्य सरकार द्वारा राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आरएएस प्री परीक्षा होनी है। इसमें करीब साढ़े छह लाख अभ्यर्थियों के शामिल होने की संभावना है। वहीं छात्रावास अधीक्षक भर्ती की विज्ञप्ति भी दिवाली से पहले आने की बेरोजगारों द्वारा आस लगाए बैठे है।
प्रदेश में पहली बार लगभग दस हजार पदों पर कम्प्यूटर शिक्षकों की भर्ती होनी है। इसके लिए दो बार घोषणाएं हो चुकी है और परीक्षा एजेंसी का भी निर्धारण हो चुका है। लेकिन अभी तक भर्ती की विज्ञप्ति जारी नहीं हुई है। दिवाली तक विज्ञप्ति जारी होने पर इस भर्ती की नए साल में परीक्षाएं होने की आस है।
प्रदेश में आज-कल सबसे ज्यादा नौकरियां चुनावी साल में ही मिलती है। पिछली सरकार के समय भी आखिर के दो साल में लगभग एक लाख से ज्यादा युवाओं को नौकरी मिली थी। इस साल रीट, पटवार, ग्रामसेवक, कम्प्यूटर शिक्षक, विद्युत निगम सहित कई विभागों की लंबित भर्तियां होने, फिर परिणाम और नौकरियां अशोक गहलोत सरकार द्वारा चौथे साल में मिलने की संभावनाएं नजर आ रही है। शेष भर्तियों के परिणाम सरकार के पांचवें साल में साफ़ आएंगे।
– राजस्थान से राजूचारण